बरेली: शेरगढ़ थाना क्षेत्र में एक परिवार ने दारोगा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दारोगा ने किसी मामले का समझौता कराने के लिए उनसे रिश्वत मांगी. रिश्वत देने में असमर्थता जाहिर करने पर दारोगा ने परिवार को फर्जी मामले में फंसाने की धमकी भी दी. वहीं पूरे मामले से परेशान पीड़ित परिवार ने घर के बाहर मकान बेचने का बोर्ड लगाया है.
शेरगढ़ के रहने वाले गुलाम गौस ने दारोगा प्रदीप कुमार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि दारोगा प्रदीप कुमार ने एक समझौता कराने के लिए 10 हजार की मांग की. वहीं जब पीड़ित ने रुपये देने में असमर्थता जाहिर की तो धमकी देते हुए दारोगा ने कहा कि तुम्हें फर्जी केस में फंसा दूंगा.
पीड़ित ने बताया कि उसका हिस्ट्रीशीटर हनीफ से मकान को लेकर विवाद चल रहा है. उसने इसको लेकर शेरगढ़ थाने में एक शिकायती पत्र भी दिया, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं दारोगा प्रदीप कुमार ने पंचायत कराकर दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया. वहीं स्टाम्प पर समझौता कराने के बदले में दारोगा ने पीड़ित से करीब 50 हजार की डिमांड की. इसके बाद उसने हनीफ को अलग से 32 हजार और दिलवा दिए. इसके बाद उसका मन नहीं भरा तो वह इस परिवार को आए दिन परेशान करने लगा.
इसी बीच दारोगा प्रदीप एक दिन ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर गुलाम गौस से कहा कि इस केस में बहुत मेहनत की है, जिससे तुम्हें 10 हजार और देने पड़ेंगे. यह सुनकर गुलाम ने कहा कि मेरे पास अब पैसा नहीं है. यह सुनते ही दारोगा को गुस्सा आया और दारोगा ने धमकी दी कि तुम्हें फर्जी के केस में फंसा दूंगा. वहीं दारोगा की धमकी के बाद पीड़ित परिवार ने अपना मकान बेचने का फैसला लिया और घर के बाहर एक बोर्ड पर लिखा कि 'दारोगा प्रदीप कुमार के आतंक से यह मकान बेचना चाहता हूं'.
वहीं एसपी ग्रामीण डॉक्टर संसार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसा मामला मेरी जानकारी में आया है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. अगर आरोप सही पाए गए तो आरोपी दारोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.