बरेलीः अगर आप गूगल से किसी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर तलाशते हैं तो जरा संभल कर तलाश करिएगा ऐसा ना हो जिसे आप कस्टमर केयर का नंबर समझ कर मदद मांग रहे है वो साइबर ठग हो, और बात कर रहे हो वह ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले गैंग का हो और आपके साथ लाखों की ठगी हो जाए.
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां कस्टमर केयर का नंबर समझकर एक व्यक्ति के द्वारा कॉल की गई तो वह नंबर साइबर ठग का निकला. जिसने पीड़ित को अपनी बातों में फंसा कर एक लाख से अधिक रुपए की ठगी कर ली, ठगी का अहसास होने के बाद पीड़ित ने बरेली के सुभाष नगर थाने में खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र के मणिनाथ पर रहने वाले महावीर सिंह ने अपने घर का बिजली का बिल ₹5969 ऑनलाइन पेटीएम एप के द्वारा जमा किया पर गलती से महावीर से के बिजली का बिल दो बार जमा हो गया. गलती से दोबारा जमा हुए ₹5969 वापस कराने के लिए महावीर ने गूगल से पेटीएम का टोल फ्री नंबर तलाश किया और उस टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया.
5969 रुपए के चलते ₹113462 की लगी चपत
महावीर सिंह ने गूगल से मिले कस्टमर केयर नंबर पर पेटीएम का कस्टमर केयर नंबर समझदार बात की तो उस नंबर पर बात करने वाले ने खुद को पेटीएम कंपनी का कस्टमर केयर बताते हुए महावीर के ₹5969 जल्द वापस कराने का आश्वासन दिया. जिसके बाद साइबर ठग की बातों में आए महावीर ने साइबर ठग के कहने पर एनीडेस्क डाउनलोड कर लिया और एनीडेक्स डाउनलोड होते ही महावीर के मोबाइल पर आई ओटीपी को फाइबर ठग ने अपनी बातों में उलझा कर मालूम कर ली. इतना ही नहीं साइबर ठग ने 4 बार में ओटीपी पूछ कर महावीर के खाते से ₹113462 निकाल लिए.
ठगी का अहसास होने के बाद पुलिस से की शिकायत
महावीर सिंह को जब अपने साथ ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर ठग के खिलाफ बरेली के सुभाष नगर थाने की पुलिस से शिकायत की. जहां पुलिस ने अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सुभाष नगर थाने के इंस्पेक्टर नरेश त्यागी ने बताया की पीड़ित की शिकायत पर साइबर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.