बरेली: आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर गांव-गलियारों और नुक्कड़ों पर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. ईटीवी भारत की टीम आज शहर विधानसभा के गोविंदापुर गांव पहुंची. ईटीवी भारत की टीम ने गांव की चौपाल के जरिए ग्रामीणों से सरकार के द्वारा किए गए बीते साढ़े चार साल के विकास कार्यों पर चर्चा की और सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को जाना.
चुनाव को लेकर ईटीवी भारत की टीम आज शहर विधानसभा के गोविंदापुर गांव पहुंची, जहां पर विकास कार्यों पर चर्चा की और सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को स्थानीय लोगों से जाना. पूर्व जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस पार्टी महेंद्र सिंह ने बताया की हमें पहले विश्वाश था कि इस सरकार पर, अब यह विश्वाश टूट गया है, क्योंकि गड्ढामुक्त सड़कों का वायदा किया गया था लेकिन गड्ढामुक्त तो छोड़ो सरकार सड़कों के गड्डों को नहीं भर पाई.
उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद अब डेंगू का प्रकोप है. भाजपा से ही यहां के मेयर हैं, लेकिन फिर भी कोई दवा का छिड़काव तक नहीं किया गया. गोविंदापुर, सुंदरासी, सीवी गंज को जोड़ने वाली सड़क नहीं है, सिर्फ कच्ची सड़क है वह भी वर्षा के पानी से भर जाती है.
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वहीं, ग्रामीण छेदा लाल ने बताया कि बीजेपी सरकार में एक ही विकास हुआ है जिसका नाम है जुमलेबाजी. यहां किसी रोड का निर्माण नहीं कराया गया. यहां के प्रतिनिधियों को विकास में दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों के द्वारा किए गए विकास कार्यों को सिर्फ अपने नाम किया है.
वहीं, भाजपा से पूर्व सभासद प्रत्याशी नवी खा ने बताया कि भाजपा सरकार ने किया है, वह किसी पार्टी ने नहीं किया. भाजपा ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया. वह हमेशा सबका साथ-सबका विकास, मान सम्मान सबका एक बराबर रखा है. उन्होंने कहा कि यहां तमाम सरकारें रही लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने रोड का निर्माण नहीं कराया.
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वहीं, ग्रामीण वाजिद खान ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए सिलेंडर अभी भी खाली पड़े हैं. गैस का दाम इतना है कि लोग उसकी रिफलिंग भी नहीं करा पा रहे हैं.