बाराबंकी: परिवहन विभाग स्कूली वाहन के रूप में प्रतिबंधित और मानकों को दरकिनार कर स्कूली बच्चों को लाने ले जाने वाले वाहनों पर कार्रवाई कर रहा है. जिले के 52 स्कूली बसों का लाइसेंस तय मानक के अनुरूप न पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया. साथ ही 262 के करीब वाहनों को चिन्हित किया गया है, जो प्राइवेट वाहनों से स्कूली बच्चों को पहुंचाते हैं. परिवहन विभाग ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है. जैसा कि थोड़े से फायदे के लिए लोग तय मानकों का पालन नहीं करते, जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं.
तय मानकों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई-
- एआरटीओ पंकज सिंह का कहना है कि उनके द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी स्तर पर स्कूली वाहनों को लेकर कोई चूक न हो.
- विद्यालयों में जो वाहन चलते हैं, उन सब की चेकिंग की जा रही है.
- जिस किसी भी वाहन में तय मानकों में कमी पाई गई है, उन्हें बुलाया गया और मानकों को पूरा किया गया.
- कुछ ऐसे वाहन भी सामने आए हैं, जिन्होंने तय मानकों को पूरा करने के लिए अपनी इच्छा जाहिर नहीं की.
- 52 स्कूली बसों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया है.
एक बात तो साफ है कि इस प्रकार से स्कूली बच्चों के लिए खराब वाहनों का उपयोग बिलकुल नहीं होना चाहिए. इसके लिए प्रशासन कुछ करें इससे पहले खुद स्कूल तंत्र और अभिभावकों को इसके लिए सजग रहना चाहिए.
बाराबंकी के परिवहन विभाग ने ऐसे 262 वाहनों को आज चिन्हित कर बुलाया है. उन्हें इस प्रकार की हिदायत भी दी जाएगी कि वह बच्चों के प्रति लापरवाही न बरतें.
पंकज सिंह, एआरटीओ