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दिलों को जोड़ती है उर्दू जुबां, जंग-ए-आजादी में इसका अहम किरदार: मोहसिना किदवई

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Published : Dec 1, 2019, 5:09 PM IST

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में ऑल इंडिया मुशायरा व कवि सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई ने किया. इस मौके पर सम्बोधित करते हुए मोहसिना किदवई ने कहा कि उर्दू जुबां दिलों को जोड़ती है और जंग-ए-आजादी में इसका बड़ा रोल रहा है.

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मुशायरे को संबोधित करतीं हुईं पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई.

बाराबंकी: उर्दू जुबां दिलों को जोड़ती है, इसमें एक कशिश है, जिससे लोग अपनाइयत से आसानी से जुड़ जाते हैं. यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री मोहसिना किदवई का.

कार्यक्रम को संबोधित करतीं पूर्व केंद्रीय मंत्री.

मोहसिना शनिवार को बाराबंकी में साझी विरासत के बैनर तले आयोजित एक मुशायरा और कवि सम्मेलन में बोल रहीं थीं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जंग-ए-आजादी में उर्दू का बड़ा अहम किरदार था. आजादी की लड़ाई में उर्दू शायरों और उर्दू अदीबों का बड़ा योगदान था. साथ ही कहा कि उर्दू और हिंदी दो बहनें हैं.
राजकीय इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम में नगर की एक संस्था साझी विरासत द्वारा आयोजित गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन और मुशायरे का उद्घाटन करने पहुंची मोहसिना किदवई सम्बोधन के दौरान भावुक हो गईं. काफी अरसे बाद गृह जनपद आईं मोहसिना ने इस तरह के आयोजनों की सराहना भी की.

ये भी पढ़ें: लोगों से सौ-सौ रुपये लेकर गांव की महिलाओं ने खड़ा किया लाखों का कारोबार

कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने कहा कि इससे आपस में मोहब्बत और भाईचारा बढ़ता है. उन्होंने कहा कि बाराबंकी हमेशा से ही साझी विरासत की मिसाल रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि इस विरासत को हमेशा बचाए रखना है.

बाराबंकी: उर्दू जुबां दिलों को जोड़ती है, इसमें एक कशिश है, जिससे लोग अपनाइयत से आसानी से जुड़ जाते हैं. यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री मोहसिना किदवई का.

कार्यक्रम को संबोधित करतीं पूर्व केंद्रीय मंत्री.

मोहसिना शनिवार को बाराबंकी में साझी विरासत के बैनर तले आयोजित एक मुशायरा और कवि सम्मेलन में बोल रहीं थीं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जंग-ए-आजादी में उर्दू का बड़ा अहम किरदार था. आजादी की लड़ाई में उर्दू शायरों और उर्दू अदीबों का बड़ा योगदान था. साथ ही कहा कि उर्दू और हिंदी दो बहनें हैं.
राजकीय इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम में नगर की एक संस्था साझी विरासत द्वारा आयोजित गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन और मुशायरे का उद्घाटन करने पहुंची मोहसिना किदवई सम्बोधन के दौरान भावुक हो गईं. काफी अरसे बाद गृह जनपद आईं मोहसिना ने इस तरह के आयोजनों की सराहना भी की.

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कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने कहा कि इससे आपस में मोहब्बत और भाईचारा बढ़ता है. उन्होंने कहा कि बाराबंकी हमेशा से ही साझी विरासत की मिसाल रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि इस विरासत को हमेशा बचाए रखना है.

Intro:बाराबंकी, 01 दिसम्बर । उर्दू जबान दिलों को जोड़ती है । इसमें एक कशिश है जिससे लोग अपनाइयत से आसानी से जुड़ जाते हैं । ये कहना है पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री मोहसिना किदवाई का । मोहसिना शनिवार को बाराबंकी में साझी विरासत के बैनर तले आयोजित एक मुशायरा और कवि सम्मेलन में बोल रही थीं । पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जंगे आजादी में उर्दू जबान का बड़ा अहम रोल था । आजादी की लड़ाई में उर्दू शायरों और उर्दू अदीबों का बड़ा कंट्रीब्यूशन था । उर्दू और हिंदी दो बहनें हैं ।


Body:वीओ- नगर के राजकीय इंटर कालेज के ऑडिटोरियम में नगर की एक संस्था साझी विरासत द्वारा आयोजित गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन और मुशायरे का उद्घाटन करने पहुंची पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री मोहसिना किदवाई लोगों को सम्बोधित करते हुए भावुक हो गईं । काफी अर्से बाद अपने गृह जनपद आई मोहसिना ने इस तरह के आयोजनों की सराहना की । उन्होंने कहा कि इससे आपस मे मोहब्बत और भाई चारा बढ़ता है । उन्होंने कहा कि बाराबंकी हमेशा से ही साझी विरासत की मिसाल रहा है । उन्होंने लोगों से अपील की कि इस विरासत को हमेशा बचाये रखना है । मोहसिना ने कहा कि उर्दू और हिंदी दो बहनें हैं । उर्दू में कशिश है जो दूसरों को अपने से जोड़ लेती है ।
बाईट- मोहसिना किदवाई , पूर्व कैबिनेट मंत्री कांग्रेस सरकार


Conclusion:रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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