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बाराबंकी: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में करावा दी गई नाबालिग की शादी

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नाबालिग की शादी का मामला सामने आया है. साथ ही पहले से शादीशुदा जोड़े की दोबारा शादी का भी मामला प्रकाश में आया है.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नाबालिग का विवाह.
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Published : Nov 20, 2019, 11:00 AM IST

बाराबंकीः 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें एक नाबालिग का विवाह कराने का मामला सामने आया है. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 348 गरीब जोड़ों का विवाह कराया गया था. ईटीवी भारत की तहकीकात में पता चला कि 348 जोड़ों में से पांच ऐसे जोड़े ऐसे थे, जिनमें वर या कन्या की आयु 18 वर्ष से कम थी. यही नहीं पहले से शादीशुदा एक जोड़े का निकाह करवाने का भी मामला सामने आया है.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नाबालिग का विवाह.

जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने कहा कि यह खबर निराधार है. अभिलेखों के आधार पर सभी बालिग हैं, लेकिन हम जांच करवा रहे हैं. यदि कोई ऐसा मामला पाया जाएगा तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का है मामला
बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज में बने ऑडिटोरियम में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. यहां उन्होंने 351 गरीब जोड़ों का विवाह संपन्न कराने का दावा किया था, लेकिन पड़ताड़ करने पर जानकारी हुई कि मात्र 348 जोड़ों की शादी हुई थी. इनमें से पांच ऐसे लोगों की शादी हुई जिनमें दूल्हा या दुल्हन की उम्र 18 वर्ष से कम थी और एक ऐसे जोड़े का निकाह करवाया गया जो पहले से ही मियां-बीवी थे.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी: छात्राओं ने सैंड आर्ट के जरिए बनाया भगवान राम का भव्य चित्र, देखने को उमड़ी भीड़

क्या कहते है जिलाधिकारी
जिला अधिकारी से जब इस प्रकरण में बात की गई तो उन्होंने बताया कि खबर ही निराधार है. जब मैंने जांच करवाई तो आयु संबंधी कागजात अभिलेखों के आधार पर 18 वर्ष से आयु के ऊपर पाए गए और जिस दंपत्ति का निकाह दोबारा करने की बात कही जा रही है, उनकी सिर्फ सगाई हुई थी. उनका सामूहिक विवाह कार्यक्रम में निकाह संपन्न हुआ. इसलिए प्रथम दृष्टया यह खबर निराधार लग रही है, लेकिन फिर भी हम और जांच समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से जांच करवा रहे हैं.


शादीशुदा रामहित की जन्म तिथि 20 फरवरी 2004 की है
जिलाधिकारी के इनकार करने के बाद ईटीवी भारत पड़ताल करने तहसील फतेहपुर के गांव मंडवा पहुंचा. यहां के नाबालिग लड़के की शादी की बात प्रकाश में आई थी. जिस लड़के की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में संपन्न हुई थी, उसका नाम "रामहित" था. रामहित ने बताया कि उसकी शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में हुई जरूर थी मगर अब लड़की वाले दोबारा बारात लाने की जिद पर अड़े हुए हैं. साथ ही लड़की को भेजने से मना कर रहे हैं. रामहित ने बताया कि उसकी उम्र अभी मात्र 15 साल है और उसकी जन्म तिथि 20 फरवरी 2004 है.

बाराबंकीः 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें एक नाबालिग का विवाह कराने का मामला सामने आया है. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 348 गरीब जोड़ों का विवाह कराया गया था. ईटीवी भारत की तहकीकात में पता चला कि 348 जोड़ों में से पांच ऐसे जोड़े ऐसे थे, जिनमें वर या कन्या की आयु 18 वर्ष से कम थी. यही नहीं पहले से शादीशुदा एक जोड़े का निकाह करवाने का भी मामला सामने आया है.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नाबालिग का विवाह.

जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने कहा कि यह खबर निराधार है. अभिलेखों के आधार पर सभी बालिग हैं, लेकिन हम जांच करवा रहे हैं. यदि कोई ऐसा मामला पाया जाएगा तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का है मामला
बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज में बने ऑडिटोरियम में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. यहां उन्होंने 351 गरीब जोड़ों का विवाह संपन्न कराने का दावा किया था, लेकिन पड़ताड़ करने पर जानकारी हुई कि मात्र 348 जोड़ों की शादी हुई थी. इनमें से पांच ऐसे लोगों की शादी हुई जिनमें दूल्हा या दुल्हन की उम्र 18 वर्ष से कम थी और एक ऐसे जोड़े का निकाह करवाया गया जो पहले से ही मियां-बीवी थे.

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क्या कहते है जिलाधिकारी
जिला अधिकारी से जब इस प्रकरण में बात की गई तो उन्होंने बताया कि खबर ही निराधार है. जब मैंने जांच करवाई तो आयु संबंधी कागजात अभिलेखों के आधार पर 18 वर्ष से आयु के ऊपर पाए गए और जिस दंपत्ति का निकाह दोबारा करने की बात कही जा रही है, उनकी सिर्फ सगाई हुई थी. उनका सामूहिक विवाह कार्यक्रम में निकाह संपन्न हुआ. इसलिए प्रथम दृष्टया यह खबर निराधार लग रही है, लेकिन फिर भी हम और जांच समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से जांच करवा रहे हैं.


शादीशुदा रामहित की जन्म तिथि 20 फरवरी 2004 की है
जिलाधिकारी के इनकार करने के बाद ईटीवी भारत पड़ताल करने तहसील फतेहपुर के गांव मंडवा पहुंचा. यहां के नाबालिग लड़के की शादी की बात प्रकाश में आई थी. जिस लड़के की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में संपन्न हुई थी, उसका नाम "रामहित" था. रामहित ने बताया कि उसकी शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में हुई जरूर थी मगर अब लड़की वाले दोबारा बारात लाने की जिद पर अड़े हुए हैं. साथ ही लड़की को भेजने से मना कर रहे हैं. रामहित ने बताया कि उसकी उम्र अभी मात्र 15 साल है और उसकी जन्म तिथि 20 फरवरी 2004 है.

Intro: बाराबंकी 19 नवंबर। 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में नाबालिग का हुआ विवाह. पहले से शादीशुदा जोड़े का करवाया गया निकाह. 348 गरीब जोड़ों का इस कार्यक्रम में कराया गया था विवाह. वहीं जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने 351 जोड़ों का विवाह कराने का दावा किया था. हमारी तहकीकात में पता चला कि 348 जोड़ों की शादी हुई ,जिनमें से पांच ऐसे जोड़े ऐसे थे जिनकी दूल्हा या दुल्हन की आयु 18 वर्ष से कम थी, एवं एक ऐसे जोड़े का निकाह कराया गया , जो पहले से शादीशुदा अर्थात पहले से मियां बीवी थे. वहीं जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने कहा कि यह खबर निराधार है अभिलेखों के आधार पर सभी बालिग है , लेकिन हम जांच करवा रहे हैं यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


Body:बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज में बने ऑडिटोरियम में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे , जहां उन्होंने 351 गरीब जोड़ों का विवाह संपन्न कराने का दावा किया था. लेकिन पता करने पर जानकारी हुई कि मात्र 348 जोड़ों की शादी हुई थी. जिनमें से पांच ऐसे लोगों की शादी हुई जिनमें दूल्हा या दुल्हन की उम्र 18 वर्ष से कम थी ,और एक ऐसे जोड़े का निकाह करवाया गया जो पहले से ही मियां-बीवी थे.

जिला अधिकारी बाराबंकी डॉक्टर आदर्श सिंह से जब इस प्रकरण में बात की गई तो ,उन्होंने बताया कि खबर ही निराधार है, जब मैंने जांच करवाई तो आयु संबंधी कागजात अभिलेखों के आधार पर 18 वर्ष से आयु के ऊपर पाए गए, और जिस दंपत्ति का निकाह दोबारा करने की बात कही जा रही है, उनकी सिर्फ सगाई हुई थी. उनका सामूहिक विवाह कार्यक्रम मैं निकाह संपन्न हुआ. इसलिए प्रथम दृष्टया यह खबर निराधार लग रही है. लेकिन फिर भी हम और जांच समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से करवा रहे हैं , यदि कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी के इनकार करने के बाद जब हम तहसील फतेहपुर के गांव मंडवा पहुंचे , जहां के नाबालिग लड़के की शादी की बात प्रकाश में आई थी तो , जिस लड़के की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में संपन्न हुई थी, उसका नाम "रामहित" था. रामहित ने बताया कि उसकी शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में हुई जरूर थी, मगर अब लड़की वाले दोबारा बारात लाने की जिद पर अड़े हुए हैं , और लड़की को भेजने से मना कर रहे हैं. रामहित ने बताया कि उसकी उम्र अभी मात्र 15 साल है ,और उसकी जन्म तिथि 20 फरवरी 2004 है.
जिस प्रकार से रामहित ने बताया है उससे एक बात तो साफ हो जाती है कि , हमारी पड़ताल में यह बात साफ नजर आ रही है कि, जिलाधिकारी की बातें तथ्यों से दूर है, और वह प्रशासनिक गड़बड़ियों को छुपाने करने का प्रयास कर रहे हैं.


Conclusion:bite

1- रामहित, विवाहित नाबालिग किशोर, ग्राम मंडवा ,तहसील फतेहपुर ,बाराबंकी.

2- डॉ. आदर्श सिंह , जिलाधिकारी, बाराबंकी


रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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