बाराबंकी: जनपद का एक सेवानिवृत्त कर्मचारी साइबर ठगी से सदमे में है. कुछ दिन पहले उसके खाते से थोड़ी-थोड़ी करके सारी जमा पूंजी निकल गई. अभी वो इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि उसकी पत्नी और बहू का खाता भी खाली हो गया. परेशान सेवानिवृत्त कर्मचारी इस उम्मीद में अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है कि शायद उसकी गाढ़ी कमाई वापस आ जाए.
जाने पूरा मामला
बता दें कि नगर कोतवाली के लखपेड़ाबाग कालोनी के रहने वाले अशोक कुमार द्विवेदी स्वास्थ्य विभाग से रिटायर हुए हैं. इनके परिवार के सदस्यों के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बड़ेल शाखा में अकाउंट हैं. बीते जून महीने में अशोक द्विवेदी अपने खाते से रुपये निकालने के लिए शाखा पर लगे एटीएम पर गए थे. उन्होंने रुपये निकालने की लिए जब औपचारिकताएं पूरी कर एमाउंट डाला तो पता चला कि उनके खाते में कोई पैसे नहीं हैं.
इस पर अशोक घबराकर अपनी पासबुक लेकर बैंक पहुंचे. उन्होंने बैंक से स्टेटमेंट लिया तो इनके पैरों तले जमीन खिसक गई. बैंक स्टेटमेंट में पता चला कि अशोक के खाते से 21 हजार रुपये निकाल लिए गए. अशोक का कहना है कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. बैंक में उनका मोबाइल नंबर भी रजिस्टर है, लेकिन उन्हें रुपये निकाले जाने से संबंधित कोई मैसेज नहीं आया. इसके बाद अशोक ने 9 जून को एसपी से गुहार लगाई. साथ ही आईजीआरएस पोर्टल पर मामले की शिकायत की, लेकिन कोई संतोषजनक खबर नहीं मिली.
पुलिस कप्तान से लगाई गुहार
इसके बाद भी अशोक उम्मीद लगा रहा था कि उसके पैसा वापस आ जाए, लेकिन 14 सितंबर को उनकी पत्नी के खाते से 39,490 रुपये निकल गए. इसके बाद अशोक ने अपनी बहू का खाता चेक किया तो पता चला कि उसके खाते से भी 1,850 रुपये निकाले गए हैं. शुक्रवार को पीड़ित ने पुलिस कप्तान से मिलकर मदद की गुहार लगाई है.