ETV Bharat / state

परालीः सदमे में किसान की मौत, जानें लेखपाल पर क्यों लग रहे आरोप

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में खेत में पराली जलाने पर एक किसान को बुलाकर लेखपाल ने कार्रवाई की धमकी दी. घर आकर किसान के सीने में दर्द उठा और उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि लेखपाल की धमकी के कारण ही किसान को सदमा लगा और उसकी जान गई.

परिजनों से मिलने पहुंचा सपा प्रतिनिधिमंडल
परिजनों से मिलने पहुंचा सपा प्रतिनिधिमंडल
author img

By

Published : Nov 15, 2020, 7:33 PM IST

बाराबंकीः जिले में गांव बली गेरावां निवासी एक किसान के सीने में तेज दर्द शुरू हो गया. अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि पराली जलाने पर लेखपाल ने किसान को तहसील बुलाकर कार्रवाई की धमकी दी थी. इसी धमकी के कारण वह डरा हुआ था. डर और सदमे के कारण ही किसान की जान गई है.

जलाई थी पराली

सुबेहा थाना क्षेत्र के बली गेरावां गांव के किसान प्रदीप सिंह ने गुरुवार को अपने खेत की पराली जला दी थी. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत हलका लेखपाल से कर दी .सूचना पर पहुंचे लेखपाल राजेन्द्र प्रसाद ने खेत में जली हुई पराली की फोटो खींची और वीडियो बना लिया. लेखपाल ने प्रदीप सिंह पर कार्रवाई करने की बात कही और उसे तहसील बुलाया. शुक्रवार को ग्राम प्रधान सरजू के साथ प्रदीप लेखपाल से मिलने तहसील गया था. आरोप है कि लेखपाल ने प्रदीप से कहा कि वो कार्रवाई से बचने के लिए खेत की जुताई करा दे. लेखपाल ने किसान प्रदीप को धमकाया कि मामले की जानकारी एसडीएम को भी है.

घर लौटने पर बिगड़ी तबीयत

डरा सहमा प्रदीप घर लौटा. थोड़ी देर बाद उसके सीने में दर्द शुरू हो गया. परिजन उसे बीएचएल जगदीशपुर अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.इस घटना के बाद सपा प्रतिनिधिमंडल ने गांव पहुंचकर मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात की. सपा नेताओं ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए किसान के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है.

मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं

थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक किसान का पोस्टमार्टम कराया गया है, लेकिन अभी मृत्यु का स्पष्ट कारण नहीं पता चला है. बिसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा गया है. स्पष्ट कारण पता चलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बाराबंकीः जिले में गांव बली गेरावां निवासी एक किसान के सीने में तेज दर्द शुरू हो गया. अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि पराली जलाने पर लेखपाल ने किसान को तहसील बुलाकर कार्रवाई की धमकी दी थी. इसी धमकी के कारण वह डरा हुआ था. डर और सदमे के कारण ही किसान की जान गई है.

जलाई थी पराली

सुबेहा थाना क्षेत्र के बली गेरावां गांव के किसान प्रदीप सिंह ने गुरुवार को अपने खेत की पराली जला दी थी. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत हलका लेखपाल से कर दी .सूचना पर पहुंचे लेखपाल राजेन्द्र प्रसाद ने खेत में जली हुई पराली की फोटो खींची और वीडियो बना लिया. लेखपाल ने प्रदीप सिंह पर कार्रवाई करने की बात कही और उसे तहसील बुलाया. शुक्रवार को ग्राम प्रधान सरजू के साथ प्रदीप लेखपाल से मिलने तहसील गया था. आरोप है कि लेखपाल ने प्रदीप से कहा कि वो कार्रवाई से बचने के लिए खेत की जुताई करा दे. लेखपाल ने किसान प्रदीप को धमकाया कि मामले की जानकारी एसडीएम को भी है.

घर लौटने पर बिगड़ी तबीयत

डरा सहमा प्रदीप घर लौटा. थोड़ी देर बाद उसके सीने में दर्द शुरू हो गया. परिजन उसे बीएचएल जगदीशपुर अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.इस घटना के बाद सपा प्रतिनिधिमंडल ने गांव पहुंचकर मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात की. सपा नेताओं ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए किसान के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है.

मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं

थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक किसान का पोस्टमार्टम कराया गया है, लेकिन अभी मृत्यु का स्पष्ट कारण नहीं पता चला है. बिसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा गया है. स्पष्ट कारण पता चलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.