बाराबंकी: जिले के राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में मंडलीय सरस मेला सोमवार से शुरू हुआ. इस मेले के उद्घाटन समारोह में सांसद लल्लू सिंह बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. मंडलीय सरस मेले का मुख्य आकर्षण 'मॉडल सरस गांव' है. इस गांव में ग्रामीण संस्कृति और ग्रामीण परिवेश की चीजें बनाई गई हैं, जो ग्रमीण संस्कृति को बचाने के लिए लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है. यहां आने वाले दर्शकों का कहना है कि पुरानी चीजों को देखकर लोगों को अपनी ग्रामीण संस्कृति को बचाने की फिक्र होने लगी है.
इसे देखकर ग्रामीणों का कहना है कि अब गांवों की तस्वीर बदल रही है. पुराने जमाने की चीजें खत्म होती जा रही हैं. कुएं, खेतों में बने मचान, चारपाई, हुक्का, हल , मिट्टी की हांडी, चकिया, बैलगाड़ी और लालटेन जैसी तमाम चीजें ग्रामीण परिवेश की पहचान हैं, लेकिन आधुनिकता के दौर में ये चीजें खत्म होती जा रही हैं. अब गांवों की स्थिति बदल रही है. झोपड़ियों की जगह अब पक्के मकानों ने ले लिया है.
राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में चल रहे मंडलीय सरस मेले में बनाया गया 'मॉडल सरस गांव' खास आकर्षण का केंद्र है. इधर से गुजरने वाला हर कोई अपनी नजरें टिका देता है. पुरानी चीजों को देखकर लोगों को अपनी ग्रामीण संस्कृति को बचाने की फिक्र होने लगी है. लोगों को पुरानी चीजों को संरक्षित करने की जरूरत है.
जिला पंचायत राज विभाग द्वारा इस मॉडल सरस गांव के बनाने का उद्देश्य है कि गांवों का विकास इसी तर्ज पर हो. ग्रामीणों को सारी सुविधाएं मिलें ताकि गांवों से शहरों की ओर हो रहे पलायन को रोका जा सके.
-उपेंद्र सिंह रावत, भाजपा सांसद