बाराबंकी: जिले के रामनगर में सोमवार को बसपा का विचार संगोष्ठी सम्मेलन हुआ. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा शामिल हुए. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (up assembly elections 2022) को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती ब्राह्मण वोट बैंक बढ़ाने की जुगत में लगी हुई हैं. उत्तर प्रदेश में उन्होंने ब्राह्मण वर्ग को साधने की जिम्मेदारी सतीश चंद्र मिश्रा को दी है.
बसपा के विचार संगोष्ठी सम्मेलन में सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन हुआ. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने यहां बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज का सबसे ज्यादा उत्पीड़न किया गया. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने समाजवादी पार्टी की तर्ज पर काम करते हुए ब्राह्मण व दलित समाज के लोगों को जमकर प्रताड़ित किया. किसी का मकान उजाड़ा गया तो किसी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. फर्जी एनकाउंटर करके ब्राह्मण समाज के लोगों को मारा जा रहा है. जैसे कि कानपुर का बिकरू कांड के आरोपी को बांधकर गाड़ी पलट कर मार दिया जाता है.
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उन्होंने कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मणों के सबसे ज्यादा एनकाउंटर किए गए. 2022 में होने वाले चुनाव में ब्राह्मण बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाएंगे. असली चेहरा सामने आने की वजह से बीजेपी सरकार, बहुजन समाज पार्टी से डर गई है. कार्यक्रम के दौरान बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बाराबंकी की रामनगर विधानसभा के लिए राम किशोर शुक्ला को बसपा का प्रत्याशी घोषित किया.
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उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने राम किशोर शुक्ला के नाम का ऐलान रामनगर विधानसभा के प्रभारी और उम्मीदवार के रूप में किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर जिन मामलों में ब्राह्मण और दलित समाज के लोगों पर अत्याचार हुए हैं, ऐसे मामलों की जांच कराई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.