बाराबंकी : यूपी के टॉप माफिया की फेहरिस्त में शामिल बाराबंकी के तीन माफिया को सजा करा पाने में अगर अभियोजन विभाग विफल रहा तो अभियोजन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह कहना है एडीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा का. एडीजी अभियोजन बुधवार को बाराबंकी में अभियोजन विभाग की समीक्षा करने आये थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'शासन की मंशा है कि महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों के अपराधी किसी भी कीमत पर छूटने नही चाहिये. समीक्षा के बाद एडीजी ने जिला स्तरीय मालखाने का भी निरीक्षण किया. मालखाने की जर्जर हालत देख उन्होंने इसके सुधार के निर्देश दिए.'
बताते चलें कि बुधवार को एडीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने अभियोजन विभाग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अभियोजन कार्यों की समीक्षा भी की. अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन दीपेश जुनेजा ने कहा कि 'मुख्यमंत्री की मंशा है कि राज्य स्तर पर चिन्हित जिले के माफिया संजय सिंघला, अतुल वर्मा और मो. सहीम उर्फ कासिम के गैंग पर प्रभावी कार्रवाई कराते हुए इनको संरक्षण देने में शामिल रहे अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि इन मामलों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.' उन्होंने कहा कि 'इनको सजा दिलाने में विफल रहने पर अभियोजन से जुड़े अफसरों पर भी ऐक्शन होगा. डेटा फीडिंग में अभियोजन द्वारा बरती जा रही ढिलाई पर उन्होंने सख्त निर्देश दिए.'
एडीजी ने कहा कि 'पिछले तीन वर्षों से राज्य में ई-प्रॉसिक्यूशन व्यवस्था लागू की गई है. कई मामलों में सजा शून्य पाई गई है. इसमें सुधार के निर्देश दिए गए हैं. तीन माह बाद पुनः समीक्षा की जाएगी. अगर लापरवाही मिली तो कार्यवाही होगी.' अभियोजन दीपेश जुनेजा ने माल खाने का निरीक्षण किया तो जर्जर हालत देख कर हैरान रह गए. अंदर घुसते ही सांप की केंचुल देख एडीजी सहम गए. बाहर आकर उन्होंने संयुक्त निदेशक अभियोजन दिनेश कुमार मिश्रा से कहा कि 'नए भवन के लिए लिखापढ़ी की जाय और तात्कालिक रूप से इसकी हालत ठीक कराई जाए. संयुक्त निदेशक अभियोजन ने कहा कि लिखापढ़ी की गई है.'