बांदा: बांदा मंडल कारागार (banda mandal jail) से लापता हुआ कैदी जेल के अंदर ही झाड़ियों में छुपा हुआ मिला. उधर, कैदी के लापता होने की खबर से रविवार रात से लेकर सोमवार शाम तक प्रशासनिक अधिकारियों का जेल में आना-जाना लगा रहा. डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी भी बांदा जेल पहुंचे. यहां उन्होंने जेल में बंद मुख्तार अंसारी की सुरक्षा का जायजा लिया. लापता हुआ कैदी बांस के सहारे सर्किल की दीवार को पार कर गया था. हालांकि, कैदी के पकड़े जाने के बाद जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली.
गिनती के समय मिसिंग मिला था कैदी
रविवार शाम जेल के अंदर कैदियों की गिनती की जा रही थी. तब विजय आरख नाम का कैदी लापता मिला. इसी जेल में बाहुबली मुख्तार अंसारी भी बंद है. कैदी के लापता होने की खबर सुन डीएम-एसपी सहित आलाअधिकारी जेल पहुंचे. छानबीन करने पर लापता कैदी जेल के अंदर नहीं मिला. तब जेल प्रशासन और पुलिस ने यह मान लिया था कि कैदी जेल से फरार हो गया, लेकिन देर शाम जेल के अंदर गल्ला गोदाम के पास एक बांस पड़ा हुआ मिला. इसके बाद जेल प्रशासन ने आसपास की जगहों की छानबीन की. तभी जेल के अंदर ही झाड़ियों में विजय आरकख छुपा हुआ मिला. कैदी बांस के सहारे जेल की सर्कल की दीवार को पार करने में नीचे गिरने से घायल हो गया था, जिसकी वजह से उसकी कमर में चोट लग गई. घायल अवस्था में वह झाड़ियों में छिप गया था.
डीआईजी जेल ने दी जानकारी
डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि विजय आरख नाम का कैदी रविवार को अपनी बैरक नंबर 10-11 से निकलकर गल्ला गोदाम गया और वहां से उसने बांस लिया और सर्किल की दीवार को पार किया. इसी दौरान दीवार से गिरने की वजह से उसकी कमर में चोट लग गई. कैदी रविवार से ही झाड़ियों में छुपा हुआ था. उसे ढूंढने में लगभग 22 घंटे का समय लग गया. जेल प्रशासन के लोगों को भी विश्वास था कि कैदी जेल के अंदर ही है.
मुख्तार अंसारी की सुरक्षा चाक-चौबंद
डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद है. हालांकि, जेल प्रशासन की लापरवाही की बात पर डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने कहा कि कैदी झाड़ियों में छुपा हुआ था. वहां से जेल प्रशासन के कर्मचारी कई बार गुजरे, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं हो सकी थी.
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