बांदा: जिले में एक नाबालिक दुष्कर्म पीड़िता अपने परिवार के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. जहां पर उसने स्थानीय पुलिस पर आरोपी के सहयोगियों के साथ मिलकर मामले में सुलह समझौते का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया. साथ ही आरोपी के सहयोगीयों द्वारा आए दिन धमकियां देने का भी आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की. मामले में पुलिस अधीक्षक ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय पुलिस पर आरोपी के सहयोगियों का साथ देने का आरोप है.
आरोप है कि 12 सितंबर को तिंदवारी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग किशोरी से उसी के गांव के रहने वाले दिलशाद नाम के युवक ने दुराचार किया था. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था. इसके बाद किशोरी के परिजनों के मुताबिक आरोपी के सहयोगी लतीफ, शकील, मुस्ताक और मुराद उनके घर पहुंचे और उनके साथ मारपीट कर धमकियां दी, जिसको लेकर इनके खिलाफ भी थाने में तहरीर दी गयी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस आरोपी पक्ष के लोगों का सहयोग कर रही है और इस पूरे मामले में समझौता करने का बहुत दबाव बना रही है.
"आरोपी दे रहे हैं धमकियां"
पीड़िता और उसकी मां ने बताया कि "सितंबर में दिलशाद नाम के व्यक्ति ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था और उसके सहयोगियों ने हम लोगों के साथ मारपीट भी की थी, जिसको लेकर हमने थाने में शिकायत की थी. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को तो जेल भेज दिया, लेकिन इस घटना में नामजद अन्य चार लोग अभी भी बाहर खुलेआम घूम रहे हैं, जिन्होंने हमसे मारपीट की थी. यह लोग अब पुलिस के साथ मिलकर हम लोगों पर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं और आए दिन धमकी दे रहे हैं. इसलिए हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच कराकर इन लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए."
जांच के बाद होगी कार्रवाई
वहीं इस पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि तिंदवारी थाना क्षेत्र में एक बलात्कार की घटना सितंबर के महीने में हुई थी. जिसमें मुख्य आरोपी को जेल भेज दिया गया था. वही पीड़ितों के द्वारा कुछ लोगों पर आरोप लगाए गए हैं जिसकी हम जांच करा रहे हैं. और जांच में जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.