बांदा: जिले के तिंदवारी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने ब्लॉक प्रमुख के पति और डॉक्टर के बीच मारपीट के मामले को लेकर ओपीडी बंद कर दिया. इसके बाद वे धरने पर बैठ गए. बांदा के मुख्य चिकित्साधिकारी मौके पर पहुंचे और अस्पताल के स्टाफ को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया तब जाकर अस्पताल का स्टाफ सहमत हुआ. इस बीच तीन दिनों से अस्पताल के स्टाफ द्वारा कामकाज ठप किये जाने से मरीजों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ा.
पूरा मामला बांदा के तिंदवारी थाना कस्बेमें स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां 29 मार्च की शाम को अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देव प्रकाश और तिंदवारी की ब्लॉक प्रमुख अंकिता यादव के पति वरुण यादव का इलाज कराने को लेकर विवाद हुआ और दोनों में मारपीट हुई. घटना के बाद जिले भर के स्वास्थ्यकर्मियो ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई किये जाने को लेकर डीएम और एसपी दफ्तर जाकर प्रदर्शन भी किया था. डीएम के आदेश पर थाने में वरुण यादव और अन्य 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था लेकिन स्वास्थ्यकर्मी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. उन्होंने आपाकालीन सेवाओं को छोड़करपिछले तीन दिनों तक कामकाज को पूरी तरह से ठप रखा. स्वास्थ्यकर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर आरोपी के खिलाफ मेडिकल प्रोटेक्सन एक्ट के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी नहीं होती तो अस्पताल का स्टाफ ओपीडी समेत सभी सेवाएं बंद कर देगा.
मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका किसी भीप्रकार इलाज नहीं हो रहा है. वहीं अस्तपाल स्टाफ कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी होनी चाहिए. साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम होने चाहिए.
इस पूरे मामले को लेकर सीएमओ ने बताया कि जिलाधिकारी और एसपी स्तर से कार्रवाई चल रही है. साथ ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्पाताल में कांस्टेबल तैनात करा दिएगए हैं.