बांदा: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने सोमवार को डीएम कार्यालय पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने नारेबाजी करते हुए अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से अब देश नहीं सम्भल रहा है. क्योकि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई से लोग त्रस्त हैं और देश की अर्थव्यवस्था की चौपट हो गई है. इसलिए प्रधानमंत्री को अब अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले सोमवार को काफी संख्या में लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां पर इन्होंने निजीकरण का विरोध किया. वहीं महंगाई और बेरोजगारी समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने बताया कि उन्होंने बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, मुद्रा का अवमूल्यन व मजदूर और किसान विरोधी नीतियों को लागू करने वाली सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया है. प्रधानमंत्री से न तो कोरोना महामारी ही कंट्रोल हो पा रहा है और न ही मुद्रा संभाल पा रहा है.
इसके अलावा सरकार न नौजवानों को रोजगार दे पा रही है और न किसानों को फसलों का दाम ही दे पा रही है. साथ ही और भी कई समस्याओं को लेकर लोग परेशान हैं. कहा जाए तो पीएम मोदी हर स्तर पर फेल नजर आ रहे हैं और अब देश चलाने में सक्षम नहीं है. इसलिए हम चाहते हैं कि पीएम मोदी अपने पद से इस्तीफा दे दें.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने बताया कि निजीकरण को लेकर पूरे देश में सरकार ने तबाही मचा रखी है. किसान और मजदूर आए दिन आत्महत्या कर रहा है. इस सरकार में सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के लोग ही मस्त है. कारण यह है कि यहां पर लोकतंत्र की हत्या करवा कर भारतीय जनता पार्टी के लोगों को लाभ दिलाने का काम किया जा रहा है. प्रदेश में अभी हाल ही में भूमि विकास बैंकों का चुनाव हुआ, जिसमें बीजेपी के लोग पूरी तरह से निर्विरोध चुने गए. कारण यह था कि दूसरे जिन लोगों ने पर्चे भरे थे, उनके पर्चे खारिज कर दिए गए. इसलिए यह तानाशाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हम चाहते हैं कि अब पीएम अपनी कुर्सी छोड़ दें.