बांदा: शहर में ट्रैफिक से लोगों को निजात दिलाने के लिए बसपा की सरकार में लगभग 10 साल पहले बाईपास बनने का काम शुरू हुआ, लेकिन सरकार बदलने के बाद इस बाईपास में बनाए जाने वाले दो पुलों में चल रहा काम बजट के अभाव में अधूरा ही छोड़ दिया गया और तब से यह अधूरे पड़े हैं. करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी लोगों को बाईपास का लाभ नहीं मिल पा रहा है और शहर में ट्रैफिक की समस्या का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा है. सेतु निगम के अधिकारी बारिश के बाद काम को तेजी से करने की बात कह रहे हैं.
जानें क्यों अधूरा पड़ा है बाईपास का काम-
- 10 साल पहले बसपा सरकार में बाईपास बनने का काम शुरू हुआ.
- मटौंध क्षेत्र के भूरागढ़ इलाके से लेकर मेडिकल कॉलेज तक बाईपास बनना था.
- सरकार बदलने के बाद बाईपास में बनाए जाने वाले दो पुलों में चल रहा काम बजट के अभाव में अधूरा ही छोड़ दिया गया.
- करोड़ों रुपये खर्च होन के बाद भी लोगों को बाईपास का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
- शहर में ट्रैफिक की समस्या का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा है.
- सेतु निगम के अधिकारी बारिश के बाद काम को तेजी से कराने की बात कर रहे हैं.
जब मैं यहां आया था तो मुझे जानकारी हुई थी कि यह परियोजना पुरानी है. किन कारणों के चलते यह परियोजना पूरी नहीं हो सकी उसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन काम इसलिए भी अधूरा है क्योंकी वहां पत्थर है. अब आगे अच्छे से काम हो इसके लिए पूरी तैयारी है. बारिश के बाद काम में तेजी आएगी और इसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा.
- मुकेश कुमार, उप परियोजना प्रबंधक