बलरामपुर: भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में फैला सुहेलवा वन्य जीव क्षेत्र मासूम बच्चों के लिए कब्रगाह बनाता जा रहा है. जंगल से सटे इलाकों में जंगली जानवर लगातार किसी न किसी को अपना निवाला बनाते रहते है. बनकटवा वन रेंज के लाल नगर सिपहिया गांव में एक तीन साल की बच्ची को आदमखोर जानवर उठा ले गया. बच्ची की खोज में ग्रामीणों सहित वन विभाग और सरकारी अमला लगा हुआ है. लेकिन, बच्ची का कुछ पता नहीं लगा.
जानकारी के अनुसार, सोहेलवा वन्य क्षेत्र के बनकटवा रेंज के लाल नगर सिपहिया गांव में शनिवार शाम 3 साल की मासूम रूपा अपनी मां सुशीला के साथ गांव के बाहर शौच के लिए गई थी. तभी गन्ने के खेत के पास आदमखोर जानवर हमला कर बच्ची को उठाकर भाग गया. बच्ची को ले जाता देखकर मां सुशीला ने शोर मचाया. जब तक गांव वाले आते जंगली जानवर बच्ची को लेकर गायब हो चुका था. घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग और पुलिस को दी. मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस बच्ची की तलाश में जुट गई. लेकिन, काफी देर तक बच्ची का कोई पता नहीं चल सका.
इस मालमे में डीएफओ डॉ. सैम मारन एम ने रविवार को बताया कि बच्ची की तलाश के लिए वन विभाग द्वारा दो टीमें लगाई गई हैं. वहीं, एसएसबी से भी सहयोग मांगा गया है और डाग स्क्वायड लगाए गए हैं. वहीं, उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि अपने बच्चों को अकेला न छोड़ें. रात के समय इकट्ठा होकर निकलें और घरों के बाहर रोशनी जरूर रखें. गौरतलब है कि सोहेलवा वन क्षेत्र में तेंदुए का आतंक लगातार बना रहता है. तेंदुए के हमले में हर वर्ष अनेकों बच्चे जंगली जानवरों का निवाला बन जाते हैं. वन विभाग तमाम कोशिशों के बाद भी बच्चों की जान बचाने में असफल साबित हो रहा है.
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