बलिया: यूपी और बिहार को जोड़ने वाले गंगा नदी पर बने जनेश्वर मिश्र सेतु पर पुलिस द्वारा अवैध वसूली की शिकायत सामने आई थी. इस पर राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला के छापेमारी के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. पुलिस अधीक्षक ने पहले दो सिपाहियों को सस्पेंड किया और फिर देर रात दुबहर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया. 11 सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है.
बलिया से जनेश्वर मिश्र सेतु के माध्यम से शिवरामपुर घाट होकर बिहार जाने वाले इस सेतु पर आवागमन अभी आरंभ नहीं हुआ है. बावजूद इसके दुबहर थाने की पुलिस एक मोटी रकम लेकर गाड़ियों को इधर से बिहार भेजने के काम कर रही है. इसकी जानकारी होने पर मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने छापेमारी की और गुरुवार रात वहां पुलिस के सिपाहियों को रंगे हाथों पकड़ा.
पुलिस अधीक्षक को दी गई जानकारी
मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मीडिया को बताया कि क्योंकि इलाका मेरे विधानसभा क्षेत्र का है तो पुलिस के इस कारस्तानी की शिकायत मिल रही थी. इस पर मौके पर जाकर छापेमारी की गई, वहां पुलिस के कुछ सिपाही सादे कपड़ों में ट्रकों से अवैध वसूली करते पाए गए. पुलिस वाले गाड़ियों को देखकर भागने लगे, जिनमें से एक सिपाही को पकड़ लिया गया. मौके से ही पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले से अवगत कराया गया.
11 सिपाही किए गए निलंबित
मौके पर कुछ ही देर में अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ सिटी, कोतवाली पुलिस और कई चौकी प्रभारी पहुंचे गए. इस मामले में एसपी ने पूरे दुबहर थाने पर कार्रवाई करते हुए दुबहर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया. मुख्य भूमिका में रहने वाले 2 सिपाही भी सस्पेंड किए गए, साथ ही 11 सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया.
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प्रदेश की योगी सरकार में किसी तरह की ऐसी कोई गतिविधि नहीं होने देंगे. सरकार बनने के साथ ही हम लोगों ने संकल्प लिया था कि किसी भी दशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सम्मान में कमी नहीं आने दिया जाएगा.
-आनंद स्वरूप शुक्ल, ग्राम विकास राज्यमंत्री