बलिया: रसड़ा तहसील के विकासखंड चिलकहर स्थित ग्राम सभा तद्दीपुर के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के ऊपर विकास कार्य के नाम पर धन उगाही करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में विगत कई महीनों से सफाई कार्य नहीं किया जा रहा है. इसके साथ ही न ही गांव में कहीं पर भी नाली, खड़ंजा का निर्माण कराया गया है. वहीं दस्तावेज में गांव के लिए आए विकास के पैसे को निकाल लिया गया है. गांव में खड़ंजा न होने के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों के साथ घर से बाहर निकलना पड़ता है. अगर कहीं जाना हो तो भारी जलजमाव का सामना करना पड़ता है.
ग्राम प्रधान की ओर से शासनादेश के नियमों का उल्लंघन
यही नहीं ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में रोड पर भारी जलजमाव और दूषित जल का निकास न होने के कारण कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसकी शिकायत विभाग के संबंधित अधिकारियों से कई बार की जा चुकी है, लेकिन यहां की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. ग्राम प्रधान ने काम का बहाना दिखाकर गांव में मनरेगा के 50 मजदूरों को एक साथ इकट्ठा कर फोटो खिंचवाई, ताकि गांव में आए हुए विकास कार्य के पैसे का दोहन किया जा सके.
इस दौरान फोटो खिंचवाते समय ग्राम प्रधान और रोजगार सेवकों ने सरकार के निर्देशों का थोड़ा सा भी ख्याल नहीं रखा. यहां पर न तो किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और न ही किसी मजदूर के चेहरे पर मास्क लगे दिखे. इस दौरान वहां उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर ग्राम प्रधान की तरफ से शासनादेश के नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है.
खंड विकास अधिकारी को दी लिखित शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान की तरफ से गांव में आए विकास कार्यों के पैसे को निकलवाने के लिए यह नई तरतीब अपनाई गई है. यह कार्य ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी सभी की मिलीभगत से हो रहा है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत खंड विकास अधिकारी चिलकहर से लिखित रूप में की है.
इस संदर्भ में पूछे जाने पर ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान ने बताया गया कि तद्दीपुर में सर्वाधिक नाली निर्माण कराया गया है, ताकि कहीं पर भी जलजमाव न हो सके. उन्होंने कहा कि गांव के लोगों का शिकायत करना केवल एक दिखावा है. मजदूरों से भी हम लोगों ने 2 मीटर की दूरी बनाने की बात कही थी, लेकिन मजदूरों ने उसका पालन नहीं किया.