बलिया: दिल्ली गैंगरेप पीड़िता निर्भया के गांव मेड़वराकला में बदहाल स्वास्थ्य सेवा को लेकर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं. मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए ग्रामीणों को खरी-खोटी सुनाई. इस पूरे मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है.
न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य की बदहाली
मेड़वराकला गांव में न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली को लेकर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीण केंद्र में स्पेशलिस्ट डॉक्टर की मांग को लेकर धरना करने लगे. मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी गांव पहुंचे. गांव में ग्रामीणों की सीएमओ से तीखी नोकझोंक हो गई. नोकझोंक का यह वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में सीएमओ पीके मिश्रा ग्रामीणों से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सीएमओ ने कहा कि गांव में 17 साल डॉक्टरी पढ़ने की हिम्मत किसी में नहीं है, तो यहां आप डॉक्टर की उम्मीद कैसे कर रहे हैं.
सीएमओ ने कहा कि गांव में डॉक्टर पैदा करिये
वीडियो में सीएमओ जिले में डॉक्टरों की कमी का हवाला देते हुए कह रहे हैं कि जब यहां डॉक्टर पैदा नहीं होंगे तो अस्पताल में कहां से आएंगे. सीएमओ ने कहा कि अस्पताल बनाना हमारा काम नहीं है. डॉक्टर का काम है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ग्रामीणों को नसीहत देते हुए कह रहे हैं कि गांव में डॉक्टर पैदा करिए, बाहर से डॉक्टर मांगने की जरूरत ही नहीं होगी. सीएमओ ने इस बात का जिक्र किया कि हम डॉक्टर नहीं बना रहे हैं.
बुजुर्ग ग्रामीण ने जब सीएमओ से कहा कि हमारे डॉक्टर को तो आपने ले लिया. निर्भया की मौत से हम लोग काफी दुखी हैं. सीएमओ ने कहा कि दिल्ली क्यों भेज दिए थे. यहीं गांव में रख देते. पूरे वीडियो में सीएमओ लगातार ग्रामीणों से उलझते हुए हंसते रहे.
सीएमओ का बयान
इस मामले में सीएमओ पीके मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने ग्रामीणों से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. हम ऐसा क्यों बोलेंगे. सीएमओ ने कहा कि जब स्पेशलिस्ट डॉक्टर जिले में आ जाएंगे, तो हम भेज देंगे. उन्होंने ग्रामीणों से नोक-झोंक से साफ इनकार कर दिया.