बहराइचः जिले में 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' अभियान को गति देने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला और ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर इस बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक का उद्देश्य 20 से 26 जनवरी तक आयोजित होने वाले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह के आयोजन को सफल बनाने का है.
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को समन्वय के साथ शासन की मंशा के अनुरूप कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोशिश है कि बच्चियों को पढ़ने के बेहतर अवसर मिले. साथ ही लोगों में बेटे और बेटी के भेदभाव की मानसिकता को दूर किया जा सके.
जिलाधिकारी ने बताया कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ केंद्र और प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है. इस संबंध में जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में गांव स्तर से लेकर जिले स्तर तक विभिन्न तरह से जन जागरूकता अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया.
उन्होंने कहा कि प्रयास है कि बच्चियों को पढ़ने के बेहतर अवसर मिले. जिलाधिकारी ने कहा कि बेटियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं चाहे कन्या सुमंगला योजना हो, शिक्षा के क्षेत्र में या स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो योजनाएं हों, उसे सही ढंग से संचालित किया जाए.
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जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद का लिंग अनुपात स्वाभाविक तरीके से नहीं है. काफी कमियां है. उसको दूर करने के लिए जितनी अल्ट्रासाउंड सेंटर चलते हैं. वहां नियमानुसार कार्रवाई करने का प्रावधान है. उसकी भी जांच कराई जाएगी. उस संबंध में जागरूकता लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जनपद के सेक्स अनुपात को सही करने के लिए कहीं भी कोई विचलन मिलता है. वहां कार्रवाई की जाएगी.