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कान्वेंट स्कूल को भी मात दे रहे हैं बहराइच के सरकारी स्कूल - improvement in education system

विद्यादान योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को  दुरुस्त करने के लिए, सरकारी स्कूलों में एक पहल शुरू की गई है. जिलाधिकारी द्वारा चलाई जा रही इस पहल से शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ है.

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Published : Feb 1, 2019, 1:25 PM IST

बहराइच : परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही लोगों के दिमाग में एक जर्जर और बदहाल स्कूल की तस्वीर सामने आती होगी. लेकिन उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में विद्यादान योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कई प्रयास किए जा रहे है. बहराइच जिले के तेजवापुर विकासखंड के यादवपुर गांव में विद्यादान तथा कायाकल्प योजना के अधीन परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाया जा रहा है.

http://10.10.50.75:6060///finalout2/uttar-pradesh-nle/finalout/01-February-2019/2335811_video.mp4
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इन्ही प्रयासों के चलते स्कूलों की दशा सुधरने के साथ ही शिक्षा में हुए सुधार की झलक साफ-साफ देखने को मिल रही है. परिषदीय विद्यालयों अब बच्चों को कंप्यूटर और प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है. आपको बता दें कि परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाने के लिए जिलाधिकारी का संरक्षण मिल रहा है.

सीडीओ डॉक्टर बलवंत सिंह यहां की व्यवस्था देख कर प्रशन्न है. उनका कहना है कि बच्चों की रुचि के मुताबिक प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है.
सीडीओ के अनुसार विद्यालय को कान्वेंट को टक्कर देने के लायक बनाने के लिए अन्य हाईटेक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे.

बहराइच : परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही लोगों के दिमाग में एक जर्जर और बदहाल स्कूल की तस्वीर सामने आती होगी. लेकिन उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में विद्यादान योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कई प्रयास किए जा रहे है. बहराइच जिले के तेजवापुर विकासखंड के यादवपुर गांव में विद्यादान तथा कायाकल्प योजना के अधीन परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाया जा रहा है.

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इन्ही प्रयासों के चलते स्कूलों की दशा सुधरने के साथ ही शिक्षा में हुए सुधार की झलक साफ-साफ देखने को मिल रही है. परिषदीय विद्यालयों अब बच्चों को कंप्यूटर और प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है. आपको बता दें कि परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाने के लिए जिलाधिकारी का संरक्षण मिल रहा है.

सीडीओ डॉक्टर बलवंत सिंह यहां की व्यवस्था देख कर प्रशन्न है. उनका कहना है कि बच्चों की रुचि के मुताबिक प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है.
सीडीओ के अनुसार विद्यालय को कान्वेंट को टक्कर देने के लायक बनाने के लिए अन्य हाईटेक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे.

Intro: एंकर:-परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही आपके जहन में एक जर्जर और बदहाल स्कूल की तस्वीर सामने आती होगी . लेकिन बहराइच में विद्या धन योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों किस शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शुरु की गई कवायद अब रंग लाने लगी है . जहां विद्यालयों की दशा सुधारी गई है , वहीं शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए शिक्षा प्रणाली को हाईटेक किया जा रहा है . अब बच्चों को कंप्यूटर और प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है .


Body:वीओ:-1- परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देशन में चल रहे हैं विद्यादान तथा कायाकल्प योजना ने जिले के प्राथमिक विद्यालयों में बदलाव लाना शुरू कर दिया है . इसी के तहत तेजवापुर विकासखंड के यादवपुर गांव में संचालित परिषदीय विद्यालय हाईटेक हो गया है . यह विद्यालय किसी कन्वेंट स्कूल से कम नहीं है . इस विद्यालय को जिले के सीवीओ दे गोद ले रखा है . उन्होंने इस विद्यालय को अपने संसाधनों से प्रोजेक्टर उपलब्ध कराया है . अब यादवपुर प्राथमिक विद्यालय के बच्चे प्रोजेक्टर से अपने पढ़ाई कर रहे हैं . इस विद्यालय का भवन तथा इसका रखरखाव कन्वेंट पद्धति जैसा है . फर्श पर लगे टाइल्स दीवारों पर शिक्षा से जुड़ी पेंटिंग फुलवारी और इसमें खिले खूबसूरत फूल बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़ों को भी प्रभावित करते हैं . विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश पांडे बताते हैं कि उन्होंने अपने संसाधनों से इस विद्यालय का कायाकल्प किया है .
वीओ:-2- जब हम किसी परिषदीय विद्यालय का जिक्र करते हैं तो टूटे-फूटे भवन टाट पट्टी और बदहाल शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर सामने आती है . लेकिन विद्यादान की सोच ने इस विद्यालय की तस्वीर बदल कर रख दी है . इस प्राथमिक विद्यालय ने इस भ्रम को दूर कर दिया है की परिषदीय विद्यालयों की दशा और दिशा बदली नहीं जा सकती है . सीवीओ डॉक्टर बलवंत सिंह यहां की व्यवस्था देख कर प्रशन्न है . उनका कहना है कि बच्चों की रुचि के मुताबिक प्रोजेक्टर से शिक्षा दी जा रही है . उनका कहना है कि इस विद्यालय को कान्वेंट को टक्कर देने के लायक बनाने के लिए अन्य हाईटेक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे . उनका कहना है कि हाईटेक व्यवस्था होने से बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि और बढ़ेगी . विद्यालय के प्राचार्य राजेश पांडे का कहना है कि उनका प्रयास है कि इस विद्यालय के विद्यार्थी देश में नाम रोशन करें तभी उनका प्रयास सार्थक होगा .
बाइट:-1-डा.बलवंत सिंह (सीवीओ) 2-राजेश पाण्डेय (प्रधानाचार्य) 3-पीटीसी


Conclusion:एफवीओ- जिले में परिषदीय विद्यालयों के स्तर को ऊपर उठाने की कवायद रंग लाने लगी है . अभिभावकों और छात्रों का रुझान बढ़ा है . देखना यह है की इस विद्यालय की तर्ज पर जिले के सभी विद्यालय कब तक पहुंचते हैं .
सैयद मसूद कादरी
94 15 15 1963
बहराइच
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