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आत्महत्या के बाद बवाल, गांववालों ने नहीं उठाने दिया पुलिस को शव - गांववालों ने किया बवाल

यूपी के बागपत के गांव रंछाड में पुलिस की कार्रवाई से आहत युवक द्वारा आत्महत्या करने की घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. मौके पर जमा हो गए और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. देर रात एएसपी मनीष कुमार मिश्र और एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए शव को नहीं उठाने दिया.

आत्महत्या के बाद बवाल
आत्महत्या के बाद बवाल
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Published : Jul 27, 2021, 3:17 AM IST

बागपत: जिले के बिनोली थाना क्षेत्र के रंछाड गांव में सोमवार को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण कैंप में एक युवक की पुलिसकर्मियों से हाथापाई हो गई थी. जिसके बाद उसके घर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जमकर बवाल काटा. आरोप है कि देर शाम पुलिसकर्मियों ने युवक अक्षय के घर पर तोड़फोड़ करते हुए महिलाओं के साथ अभद्रता की, उनके फोन छीन लिए. पहले पिटाई और घर पर की गई तोड़फोड़ और घर की महिलाओं से अभद्रता से आहत होकर युवक अक्षय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस के खिलाफ हंगामा करने लगे. ग्रामीणों ने आधी रात बीत जाने के बाद भी पुलिस वालों को शव उठाने नहीं दिया था. बता दें कि अक्षय के पिता श्रीनिवास राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खंड संचालक हैं.

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को गांव रंछाड़ में टीकाकरण कैंप लगाया था. दोपहर को अक्षय अपनी मां मधु को टीका लगवाने पहुंचा था, उसने उनकी की उम्र का हवाला देते हुए पहले टीका लगवाने को कहा. जिसपर उसकी एक अन्य युवक से बहस हो गई. दोनों की बहस के दौरान लाइन में लगने को लेकर अक्षय की वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से भी कहासुनी हो गई. इस दौरान एक पुलिस कर्मी ने अक्षय को तमाचा मार दिया. इसके बाद दोनों में हाथापाई हो गई. इस घटना के बाद पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी. इस दौरान पुलिस वालों ने कुर्सियां और गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और ट्रैक्टर में भी तोड़फोड़ की.इस सबसे आहत होकर अक्षय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

आत्महत्या की घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. जिवाना, सिरसली और बामनौली समेत कई गांवों के लोग रंछाड़ गांव में मौके पर जमा हो गए और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. देर रात एएसपी मनीष कुमार मिश्र और एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए शव को नहीं उठाने दिया. देर रात हंगामा बढ़ता देख आरएलडी के नेता भी मौके पर पंहुचे और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. रंछाड गांव में तनाव को देखते हुए आसपास के कई थानों की पुलिस और पीएसी को बुला लिया गया है.

इसे भी पढ़ें- 'मौत का कुआं' बनी बाल्टी, डूबने से डेढ़ साल के मासूम बच्चे की मौत

बागपत: जिले के बिनोली थाना क्षेत्र के रंछाड गांव में सोमवार को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण कैंप में एक युवक की पुलिसकर्मियों से हाथापाई हो गई थी. जिसके बाद उसके घर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जमकर बवाल काटा. आरोप है कि देर शाम पुलिसकर्मियों ने युवक अक्षय के घर पर तोड़फोड़ करते हुए महिलाओं के साथ अभद्रता की, उनके फोन छीन लिए. पहले पिटाई और घर पर की गई तोड़फोड़ और घर की महिलाओं से अभद्रता से आहत होकर युवक अक्षय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस के खिलाफ हंगामा करने लगे. ग्रामीणों ने आधी रात बीत जाने के बाद भी पुलिस वालों को शव उठाने नहीं दिया था. बता दें कि अक्षय के पिता श्रीनिवास राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खंड संचालक हैं.

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को गांव रंछाड़ में टीकाकरण कैंप लगाया था. दोपहर को अक्षय अपनी मां मधु को टीका लगवाने पहुंचा था, उसने उनकी की उम्र का हवाला देते हुए पहले टीका लगवाने को कहा. जिसपर उसकी एक अन्य युवक से बहस हो गई. दोनों की बहस के दौरान लाइन में लगने को लेकर अक्षय की वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से भी कहासुनी हो गई. इस दौरान एक पुलिस कर्मी ने अक्षय को तमाचा मार दिया. इसके बाद दोनों में हाथापाई हो गई. इस घटना के बाद पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी. इस दौरान पुलिस वालों ने कुर्सियां और गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और ट्रैक्टर में भी तोड़फोड़ की.इस सबसे आहत होकर अक्षय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

आत्महत्या की घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. जिवाना, सिरसली और बामनौली समेत कई गांवों के लोग रंछाड़ गांव में मौके पर जमा हो गए और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. देर रात एएसपी मनीष कुमार मिश्र और एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए शव को नहीं उठाने दिया. देर रात हंगामा बढ़ता देख आरएलडी के नेता भी मौके पर पंहुचे और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. रंछाड गांव में तनाव को देखते हुए आसपास के कई थानों की पुलिस और पीएसी को बुला लिया गया है.

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