ETV Bharat / state

महिला ने अस्पताल पर लगाया बच्चा बेचने का आरोप, डॉक्टर ने आरोपों को बताया निराधार

उत्तर प्रदेश के बागपत में एक दंपति ने डॉक्टर पर पैसे के लिए बच्चे को गिरवी रखने का आरोप लगाया है. परिजनों का ये भी आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चे को बेच दिया है. पुलिस ने मामले की जांच के लिए कोतवाली पुलिस को आदेश दे दिए हैं.

etv bharat
बागपत में डॉक्टर पर बच्चा बेचने का आरोप.
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 7:31 PM IST

बागपत: जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. परिजनों ने डॉक्टर पर पैसे के लिए बच्चे को गिरवी रखने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि 40 हजार रुपये का बिल न जमा करने पर डॉक्टर ने उनके बच्चे को गिरवी रखा है. पीड़ित दंपति ने मामले की शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.

बागपत में डॉक्टर पर बच्चा बेचने का आरोप.

पढ़ें पूरा मामला

मामला एक साल पुराना है, 15 सितंबर 2018 को कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के बिजरौल गांव के रहने वाले मोहर सिंह की पत्नी शिखा को ऊषा नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. जहां पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया था. डॉक्टरों ने डिलवरी के बाद 40 हजार रुपये का अस्पताल का बिल बनाया. दंपति के पास इतने रुपये न होने के कारण वह बिल जमा नहीं कर पाए. उनका आरोप है कि डॉक्टर ने रुपये के बदले उनके बच्चे को अस्पताल में ही रख लिया.

डॉक्टर पर बच्चा बेचने का आरोप

पीड़िता के मुताबिक डॉक्टर ने उनके सामने शर्त रखी कि वह धीरे-धीरे उनका पैसा चुका दें और बच्चा ले जाएं. जब तक पैसा नहीं मिलेगा बच्चा उनके पास रहेगा. डॉक्टर ने रजामंदी की बात कहकर दंपति के अंगूठा एक पेपर पर लगवा लिया. महिला का कहना है कि धीरे -धीरे उन्होंने 30 हजार रुपये चुका दिए थे और बचे हुए 10 हजार रुपये लेकर जब वह बच्चा लेने पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें बच्चा देने से इनकार कर दिया. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने बच्चा बेच दिया है. परेशान दंपति कोतवाली बड़ौत पहुंचे और उन्होंने तहरीर देते हुए बच्चा न मिलने और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

डॉक्टर ने आरोपों को बताया निराधार

दूसरी ओर अस्पताल की डॉक्टर खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार और झूठा बता रही हैं. उनका कहना है कि परिवार को उसी वक्त बच्चा दे दिया गया था. फिलहाल पुलिस के अधिकारी बच्चा बेचने की आशंका जता रहे हैं और उनका कहना है कि मामले की जांच के लिए कोतवाली पुलिस को आदेश दे दिए गए हैं.

बागपत: जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. परिजनों ने डॉक्टर पर पैसे के लिए बच्चे को गिरवी रखने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि 40 हजार रुपये का बिल न जमा करने पर डॉक्टर ने उनके बच्चे को गिरवी रखा है. पीड़ित दंपति ने मामले की शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.

बागपत में डॉक्टर पर बच्चा बेचने का आरोप.

पढ़ें पूरा मामला

मामला एक साल पुराना है, 15 सितंबर 2018 को कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के बिजरौल गांव के रहने वाले मोहर सिंह की पत्नी शिखा को ऊषा नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. जहां पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया था. डॉक्टरों ने डिलवरी के बाद 40 हजार रुपये का अस्पताल का बिल बनाया. दंपति के पास इतने रुपये न होने के कारण वह बिल जमा नहीं कर पाए. उनका आरोप है कि डॉक्टर ने रुपये के बदले उनके बच्चे को अस्पताल में ही रख लिया.

डॉक्टर पर बच्चा बेचने का आरोप

पीड़िता के मुताबिक डॉक्टर ने उनके सामने शर्त रखी कि वह धीरे-धीरे उनका पैसा चुका दें और बच्चा ले जाएं. जब तक पैसा नहीं मिलेगा बच्चा उनके पास रहेगा. डॉक्टर ने रजामंदी की बात कहकर दंपति के अंगूठा एक पेपर पर लगवा लिया. महिला का कहना है कि धीरे -धीरे उन्होंने 30 हजार रुपये चुका दिए थे और बचे हुए 10 हजार रुपये लेकर जब वह बच्चा लेने पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें बच्चा देने से इनकार कर दिया. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने बच्चा बेच दिया है. परेशान दंपति कोतवाली बड़ौत पहुंचे और उन्होंने तहरीर देते हुए बच्चा न मिलने और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

डॉक्टर ने आरोपों को बताया निराधार

दूसरी ओर अस्पताल की डॉक्टर खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार और झूठा बता रही हैं. उनका कहना है कि परिवार को उसी वक्त बच्चा दे दिया गया था. फिलहाल पुलिस के अधिकारी बच्चा बेचने की आशंका जता रहे हैं और उनका कहना है कि मामले की जांच के लिए कोतवाली पुलिस को आदेश दे दिए गए हैं.

Intro:
स्लग :--- दम्पति का आरोप

बागपत जिले में मां की ममता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना घटित हुई है जहां चंद पैसों के लिए डॉक्टरों ने परिजनों को बच्चा देने से इंकार कर दिया चंद हजार रुपे के खातिर 1 साल से बच्चा डॉक्टर के पास था और बच्चे की मां दर-दर भटक रही थी जबकि वही नर्सिंग की डॉक्टर ने खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए जांच करने की मांग की है फिलहाल पुलिस के अधिकारी ने भी बच्चा बेचने की आशंका जताई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं




Body:दरअसल आपको बता दे कि मामला एक साल पुराना है जहाँ 15 सितंबर 2018 को कोतवाली बडौत क्षेत्र के बिजरौल गांव के रहने वाले मोहर सिंह की पत्नी शिखा को कस्बा बडौत में ही ऊषा नर्सिंग होम में भर्ती कराया था जहाँ पर उसे एक पैदा हुआ था और डॉक्टरों ने डिलवरी का उनपर 40 हजार रुपये अस्पताल का बिल बना दिया था जिसे वे जमा नही कर पाए थे दम्पति का आरोप है कि डॉक्टर ने रूपयों के बदले उनके बच्चे को अस्पताल में ही रख लिया. लेकिन वे लोग बेहद गरीब हैं और जिसकी वजह से उन्होंने इतने रुपये देने में असमर्थता जाहिर कर दी. पीड़िता के मुताबिक डॉक्टर ने उनके सामने शर्त रखी कि वो धीरे-धीरे उनका पैसा चुका दें और बच्चा ले जाएं. जब तक पैसा नहीं मिलेगा बच्चा उनके पास रहेगा. डॉक्टर ने रजामंदी की बात कहकर उनके अंगूठे एक पेपर पर लगवा लिए. महिला का कहना है कि धीरे -धीरे उन्होंने 30 हजार रुपये चुका दिए थे और बचे हुए 10 हजार रुपये लेकर बच्चा लेने पहुंची तो डॉक्टर ने उन्हें बच्चा देने से इनकार कर दिया. उनका आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चा बेच दिया है.

जब बच्चा न मिलने से परेशान पीड़ित दम्पति कोतवाली बडौत पहुंचा और उन्होंने तहरीर देते हुए बच्चा दिलाने ओर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जबकि वही दूसरीओर अस्पताल की डॉक्टर खुद के ऊपर लगाए गए आरोपो को निराधार ओर झूठा बता रही है उनका कहना है कि परिवार को उसी वक्त बच्चा दे दिया गया था फिलहाल पुलिस के अधिकारी बच्चा बेचने की आसंका जता रहे है और उनका कहना है कि मामले की जांच के लिए कोतवाली पुलिस को आदेश दे दिए गए है 



बाईट :--- मोहर सिंह ( पीड़ित )


बाईट :--- डॉ तेषु हुड्डा ( महिला डॉक्टर )


बाईट :--- अनिल कुमार सिशौदिया ( अपर पुलिस अधीक्षक , बागपत )





Conclusion:

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.