बागपतः आठ दिसंबर को भारत बंद करने के बाद किसानों से छह फरवरी को चक्का जाम करने का ऐलान किया है. जिसके चलते देशखाप ने संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान के बाद 84 गावों के आसपास की सड़कें सम्पूर्ण रूप से ब्लॉक रखने की बात कही है.
84 गांवों से किया आह्वान
दरअसल, नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को चक्का जाम करने का निर्णय लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक छह फरवरी को पूरे भारत में चक्का जाम करने का आह्वान किया है. जिसके चलते छह फरवरी को दिन में 12 बजे से 3 बजे तक राष्ट्रीय और राज्य मार्गों काे जाम किया जाएगा. इसी को लेकर गुरुवार को बड़ौत में देशखाप चौधरी सुरेंद्र सिंह के आवास पर इस चक्का जाम को सफल बनाने की रणनीति तय की गई. देशखाप चौधरी सुरेंद्र सिंह ने 84 गावों के किसानों से इसको सफल बनाने का आह्वान किया है.
किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए हमारी खाप और पड़ोसी खाप मिलकर छह तारीख को चक्का जाम करेगी. जिस गांव के नजदीक जो रास्ता पड़ता है, उसको जाम किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान के साथ हम भी चक्का जाम के लिए आह्वान करते हैं. सरकार मनोबल तोड़ने का काम कर रही है. किसानों को रोकने के लिए राजधानी में सड़कें खोद दी गई हैं. इन सड़कों को बनाने के लिए भी पैसे चाहिए होंगे. सरकार डरी हुई है कहीं किसान दिल्ली न आ जाएं. सरकार बात करके मामले को निपटा क्यों नहीं रही है.
चौधरी सुरेन्द्र, देश खाप चौधरी