बागपतः जिले के बड़ौत थाने में दंपत्ति ने तेल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास किया. दंपत्ति ने अपने मासूम बच्ची के साथ थाने पहुंचकर डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश की. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उनको आग लगाने से पहले ही पकड़ लिया. दंपत्ति का कहना है कि वन दारोगा के उत्पीड़न से परेशान थे, जिस कारण उन्होंने ये कदम उठाया. दारोगा वन विभाग रविकांत पर चालान न काटने के एवज में 50 हजार की रिश्वत मांगने का आरोपी है.
दरअसल, बिपिन पुत्र सोमपाल निवासी बावली शहर बड़ौत के बावली रोड पर लकड़ी बेचने का काम करता है. सोमवार दोपहर वह अपनी पत्नी रूपा व एक साल की बच्ची आरुषि के साथ कोतवाली पहुंचा. कोतवाली में इस समय कुछ फरियादी अपनी समस्या लेकर आए हुए थे. तभी बिपिन ने डीजल अपने व अपनी पत्नी और बच्ची के ऊपर डाल दिया. यह देखकर वहां अफरा-तफरी मच गई.
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इससे पहले कि बिपिन माचिस जलाकर आग लगा पाता, पुलिसकर्मियों ने सक्रियता दिखाते हुए उसके हाथ से माचिस व डीजल की कैन को छीनकर दूर फेंक दिया. बिपिन का आरोप था कि वन दारोगा उससे 50 हजार की डिमांड कर रहा है. 5,000 रुपये वह दे भी चुका है. इसके बावजूद उसका चालान भी काट दिया गया. बिपिन ने बताया कि वन दारोगा उसे लगातार परेशान कर रहा है. इसी बात से क्षुब्ध होकर अब उसने यह कदम उठाया है.