बागपत: जनपद में शनिवार को ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान वोट डालने आए बीडीसी सदस्यों को बाउंसर्स के पहरे में ब्लॉक तक लाया गया. भाजपा से ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार मीनू का समर्थन कर रहे बीडीसी सदस्य लग्जरी बस से मतदान करने पहुंचे और बस से नीचे उतरते ही वे बाउंसरों की घेराबंदी के बीच ब्लॉक में अंदर पहुंचाएं गए. बाउंसर्स और लग्जरी बस को देखकर हाइवे से गुजर रहे राहगीर भी ये नजर देखकर चौंक गए. किसी भी तरह के हंगामे और मारपीट से बचने के लिए बीडीसी सदस्यों को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. अपहरण और बीडीसी सदस्यों के खिलाफ हिंसा की खबरों के बीच ऐसी किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए यह कदम उठाने की बात सामने आ रही है.
बागपत के छह ब्लॉकों में से शनिवार को तीन ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए मतदान होना था. छपरौली बागपत और पिलाना ब्लॉक में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. लेकिन बीडीसी सदस्यों का लग्जरी बस और बाउंसर्स के साथ आना भी चर्चा का विषय बना हुआ है.
जनपद में 6 ब्लॉक हैं, जिसमें से 3 ब्लॉक पर निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख चुन लिए गए थे. शेष बचे 3 ब्लॉक पर शनिवार को मतदान और मतगणना हुई है, जिसमें तीन ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नतीजे घोषित हुए हैं.
पिलाना ब्लॉक से सपा-आरएलडी प्रत्याशी अनीस यादव चुनाव जीते. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी अभयवीर यादव को हराया. बागपत ब्लॉक से निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता पत्नी कृष्णपाल चुनाव जीतीं. उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी मीनू को हराया. वहीं छपरौली ब्लॉक प्रमुख पद पर आरएलडी की अंशु तोमर चुनाव जीती हैं. उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी कमलेश को हराकर जीत हासिल की है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 476 क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ और साथ ही नतीजों की भी घोषणा की गई. सुबह 11 बजे से शुरू हुआ मतदान दोपहर 3 बजे तक चला. जिसके बाद मतों की गणना कराई गई. शुक्रवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन 349 क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. ब्लॉक प्रमुख पद पर चल रही चुनाव प्रक्रिया के दौरान 349 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बताया कि 825 ब्लॉक प्रमुख पद के लिए हो रहे चुनावों के लिए 1,778 नामांकन पत्र दाखिल किए गए. इनमें 68 नामांकन रद्द हो गए. 187 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र वापस ले लिए. चुनाव मैदान में 1710 उम्मीदवार बचे हुए हैं.