बदायूं : प्रदेश भर में महिला सशक्तिकरण को लेकर लोग काम करने में लगे हैं. इसी कड़ी में जिले की 5 साल से 15 साल तक के उम्र की बच्चियां ताईक्वांडो सीख रही हैं. इससे यह बच्चियां आत्मरक्षा करने में सक्षम हो सकेंगी.
जिले के पुलिस लाइन ग्राउंड में हर रोज बच्चियां एक घंटे की ट्रेनिंग लेती हैं. इन बेटियों को निर्भीक और निडर बनाने में इनके माता-पिता भी खूब रूचि दिखा रहे हैं. वह लोग अपनी बच्चियों को ताईक्वांडो सीखने के लिए भेज रहे हैं. इस कला के जरिये देश की बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं. खास बात यह है कि यहां 5 साल की छोटी बच्चियां भी ट्रेनिंग ले रही हैं और यह गुर सीख रही हैं. इस पूरी ट्रेनिंग में बच्चियों को आत्मरक्षा के अलग-अलग तरीके सिखाए जाते हैं.
वहीं ताईक्वांडो के ट्रेनर का कहना है कि वह करीब 10 साल से बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सीखा रहे हैं और अबतक कई बच्चियों को सीखा भी चुके हैं. महिलाओं प्रति बढ़ रहे अपराध को लेकर समाज में रोष है. इसलिए भी माता-पिता अपनी बच्चियों को यह कला सिखाने को लेकर गंभीर हो रहे हैं. उनका मानना है कि इससे न केवल बच्चियां खुद अपनी रक्षा करना सीखती हैं वल्कि उनमें समाज से लड़ने की ताकत भी आती है.