बदायूं: गन्ना किसानों की समस्या के निदान के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. बुधवार को एसडीएम बिसौली और तहसीलदार ने मिल की चल और अचल संपत्ति का आंकलन कर कुर्की की कार्रवाई शरू कर दी है.
मिल में बिसौली तहसील टीम ने करीब 40 करोड़ की चीनी अपने कब्जे में ले ली है और संपत्ति का आंकलन कर रही है. वहीं मिल को अलॉट किए गए 55 सेंटरों को दूसरी मिल को देने का आयुक्त गुरुवार को निर्णय लेंगे.
मिल ने नहीं किया था गन्ना किसानों का बकाया भुगतान
जिले की एक मात्र प्राइवेट यदु शुगर मिल पर करीब 100 करोड़ रुपया बकाया है. आयुक्त गन्ना और प्रशासनिक अधिकारी के दबाब के बाद भी किसानों का भुगतान मिल ने नहीं किया था. बिसौली तहसील की तरफ से यदु शुगर मिल की आरसी जारी होने के बाद मिल ने सेटिंग करके जिले के 86 गन्ना सेन्टरों में से 55 अपने नाम अलॉट करा लिए. मिल किसानों का गन्ना नहीं देना चाहती है. मिल प्राइवेट तौर पर किसानों का गन्ना खरीद रही है.
कांग्रेस ने लगाया आरोप
किसानों की समस्या का समाधान अभी तक किसी अधिकारी के साथ राजनीतिक लोगों के पास भी नहीं है. वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार किसानों का पिछला भुगतान करने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने कहा कि सरकार का कहना है कि जनपद के मंत्री अब तक किसानों का रुपये दिलाने में नाकाम रहे हैं. इसके बाद भी मिल को सबसे ज्यादा सेंटर अलॉट कर दिए गए.
ये भी पढ़ें: बदायूं: सवेरा योजना में बुजुर्गों का ख्याल रखेगी पुलिस, अभी तक हुए 15 सौ रजिस्ट्रेशन
इस मामले में जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा रही है. मिल की चल और अचल संपत्ति का आंकलन किया जा रहा है और अभी तक 40 करोड़ की चीनी मिल में मिली है. हमारा प्रयास रहेगा कि किसानों की समस्या का जल्दी निदान हो, ताकि उनको पिछले साल का भुगतान हो सके.