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साध्वी प्रज्ञा से जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर का सवाल, क्या राष्ट्रद्रोही हैं महात्मा गांधी?

यूपी के आजमगढ़ स्थित नेहरू हाल में 'हमारा समय और भगतसिंह की प्रासंगिकता' विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. चमनलाल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

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जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर डॉ. चमनलाल
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Published : Nov 30, 2019, 8:02 AM IST

आजमगढ़ः वरिष्ठ इतिहासकार और जवाहरलाल विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर चमनलाल ने कहा कि जिस तरह से संसद के भीतर गोडसे का नाम राष्ट्रभक्त के रूप में आ रहा है, निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सवाल किया है कि क्या गांधी जी राष्ट्रद्रोही थे? उन्होंने कहा कि एक तरफ महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनके हत्यारों को देशभक्त कह रहे हैं.

साध्वी प्रज्ञा से जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर का सवाल, क्या राष्ट्रद्रोही हैं महात्मा गांधी?
सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गोडसे को देशभक्त कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह से गोडसे को देशभक्त बताया जा रहा है, तो क्या महात्मा गांधी देशद्रोही थे. प्रज्ञा ठाकुर को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि विचारों में फर्क होना अलग बात है लेकिन किसी को देशद्रोही कहना यह समाज के लिए बहुत ही घातक है.

पढे़ंः-आजमगढ़: बच्चों की लापरवाही से मासूम की मौत, दो गंभीर रुप से घायल

बहरहाल साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथू राम गोडसे को देशभक्त कहा था, उन्होंने गांधी जी के बारे किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की थी. बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का मकसद यहां के युवाओं को भगत सिंह के आदर्शों से अवगत कराना था. इसके साथ ही हमारी नई पीढ़ी को भारत की विभूतियों के बारे में और अधिक जागरूक करना है.

जेएनयू पर लगातार उठ रहे सवाल के जवाब पर डॉ. चमनलाल ने कहा कि जेएनयू के जितने भी वीडियो बने हैं सारे झूठे हैं और जेएनयू को बदनाम किया जा रहा है. जिस तरह से फीस वृद्धि के लिए जेएनयू में प्रदर्शन शुरू हुआ उसके बाद दुनिया के कई अन्य मुल्कों में भी फीस को लेकर प्रदर्शन शुरू हुआ है. उन्होंने जेएनयू के छात्रों को सच्चा देशभक्त बताते हुए कहा कि जेएनयू को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है.

आजमगढ़ः वरिष्ठ इतिहासकार और जवाहरलाल विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर चमनलाल ने कहा कि जिस तरह से संसद के भीतर गोडसे का नाम राष्ट्रभक्त के रूप में आ रहा है, निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सवाल किया है कि क्या गांधी जी राष्ट्रद्रोही थे? उन्होंने कहा कि एक तरफ महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनके हत्यारों को देशभक्त कह रहे हैं.

साध्वी प्रज्ञा से जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर का सवाल, क्या राष्ट्रद्रोही हैं महात्मा गांधी?
सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गोडसे को देशभक्त कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह से गोडसे को देशभक्त बताया जा रहा है, तो क्या महात्मा गांधी देशद्रोही थे. प्रज्ञा ठाकुर को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि विचारों में फर्क होना अलग बात है लेकिन किसी को देशद्रोही कहना यह समाज के लिए बहुत ही घातक है.

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बहरहाल साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथू राम गोडसे को देशभक्त कहा था, उन्होंने गांधी जी के बारे किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की थी. बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का मकसद यहां के युवाओं को भगत सिंह के आदर्शों से अवगत कराना था. इसके साथ ही हमारी नई पीढ़ी को भारत की विभूतियों के बारे में और अधिक जागरूक करना है.

जेएनयू पर लगातार उठ रहे सवाल के जवाब पर डॉ. चमनलाल ने कहा कि जेएनयू के जितने भी वीडियो बने हैं सारे झूठे हैं और जेएनयू को बदनाम किया जा रहा है. जिस तरह से फीस वृद्धि के लिए जेएनयू में प्रदर्शन शुरू हुआ उसके बाद दुनिया के कई अन्य मुल्कों में भी फीस को लेकर प्रदर्शन शुरू हुआ है. उन्होंने जेएनयू के छात्रों को सच्चा देशभक्त बताते हुए कहा कि जेएनयू को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है.

Intro:anchor: आजमगढ़।( एक्सक्लूसिव) आजमगढ़ जनपद के नेहरू हाल में' हमारा समय और भगतसिंह की प्रासंगिकता' विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर व वरिष्ठ इतिहासकार डॉ चमनलाल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वरिष्ठ इतिहासकार व जवाहरलाल विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर चमनलाल ने कहा कि जिस तरह से संसद के भीतर गोडसे का नाम आ रहा है निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एक तरफ महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ उनके हत्यारों को देशभक्त कह रहे हैं यह बात भाजपा के लोगों को संगठन में कहीं चाहिए संसद में नहीं। सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गोडसे को देशभक्त कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह से गोडसे को देशभक्त बताया जा रहा है तो क्या महात्मा गांधी देशद्रोही थे। प्रज्ञा ठाकुर को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विचारों में फर्क होना अलग बात है पर किसी को देशद्रोही कहना यह समाज के लिए बहुत ही घातक है अब यह लोग निश्चित रूप से समाज के दुश्मन हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय पर लगातार उठ रहे सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि जेएनयू के जितने भी वीडियो बने हैं सारे झूठे हैं और जेएनयू को बदनाम किया जा रहा है जिस तरह से फीस वृद्धि के लिए जेएनयू में प्रदर्शन शुरू हुआ उसके बाद दुनिया के कई अन्य मुल्कों में भी फीस को लेकर प्रदर्शन शुरू हुआ है उन्होंने जेएनयू के छात्रों को सच्चा देशभक्त बताते हुए कहा कि जेएनयू को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है।


Conclusion:बाइट: डॉक्टर चमनलाल वरिष्ठ इतिहासकार पूर्व प्रोफेसर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चले कि आजमगढ़ जनपद में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का मकसद यहां के युवाओं को भगत सिंह के आदर्शों से अवगत कराना है इसके साथ ही हमारी नई पीढ़ी को भारत की विभूतियों के बारे में और अधिक जागरूक करना है।
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