ETV Bharat / state

आजमगढ़: आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पसरा सन्नाटा, नहीं आ रहे मरीज - राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय

जिले के 25 सैय्या नगरआयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है सरकार खर्च करती है आयुर्वेद पर डेढ़ करोड़ रुपये. इसके बावजूद भी मरीजों की संख्या में काफी कम है.

आजमगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सालय
author img

By

Published : Jul 9, 2019, 7:12 PM IST

आजमगढ़ः जिले के 25 सैय्या नगर वाले राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. 55 लाख की आबादी वाले इस जनपद का वार्षिक बजट डेढ़ करोड़ रुपये है, लेकिन यहां प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या लगभग 35 से 40 है जो कि काफी कम है.

आजमगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सालय

आयुर्वेदिक चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार राय ने बताया कि-

  • प्राइवेट कंपनियों की प्रतिस्पर्धा के कारण यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हो गई थी.
  • प्रधानमंत्री ने आयुष मंत्रालय का गठन कर उसके लिए अलग से बजट का निर्धारण किया उससे मरीजों की संख्या बढ़ेगी.
  • प्रचार-प्रसार के लिए महीने में चार बार कैंप लगाया जाता है, जिससे लोग को आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बारे में जान सकें.
  • यहां पर योग प्रशिक्षक नियुक्त की गई है जो मरीजों को योग व व्यायाम के साथ-साथ फिजियोथेरेपी भी करना सिखाते हैं.
  • सरकार द्वारा आयुष मंत्रालय के गठन के बाद यहां मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्ता भी काफी अच्छी हो गई है.

आजमगढ़ः जिले के 25 सैय्या नगर वाले राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. 55 लाख की आबादी वाले इस जनपद का वार्षिक बजट डेढ़ करोड़ रुपये है, लेकिन यहां प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या लगभग 35 से 40 है जो कि काफी कम है.

आजमगढ़ आयुर्वेदिक चिकित्सालय

आयुर्वेदिक चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार राय ने बताया कि-

  • प्राइवेट कंपनियों की प्रतिस्पर्धा के कारण यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हो गई थी.
  • प्रधानमंत्री ने आयुष मंत्रालय का गठन कर उसके लिए अलग से बजट का निर्धारण किया उससे मरीजों की संख्या बढ़ेगी.
  • प्रचार-प्रसार के लिए महीने में चार बार कैंप लगाया जाता है, जिससे लोग को आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बारे में जान सकें.
  • यहां पर योग प्रशिक्षक नियुक्त की गई है जो मरीजों को योग व व्यायाम के साथ-साथ फिजियोथेरेपी भी करना सिखाते हैं.
  • सरकार द्वारा आयुष मंत्रालय के गठन के बाद यहां मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्ता भी काफी अच्छी हो गई है.
Intro:anchor: आजमगढ़। आजमगढ़ के 25 सैय्या वाले राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। 55 लाख की आबादी वाले इस जनपद में यहां प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या 35 से 40 है जो कि काफी कम है।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत में आयुर्वेदिक चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीश कुमार राय ने बताया कि प्राइवेट कंपनियों की प्रतिस्पर्धा के कारण यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हो गई थी लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री ने आयुष मंत्रालय का गठन कर उसके लिए अलग से बजट का निर्धारण किया उससे मरीजों की संख्या यहां पर बढ़ेगी साथ ही प्रचार प्रसार के लिए महीने में चार बार कैंप लगाया जाता है जिससे लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सालय के बारे में जानकारी हो सके उन्होंने बताया कि यहां पर योग प्रशिक्षक की भी नियुक्त की गई है जो मरीजों को योग व व्यायाम के साथ-साथ फिजियो थेरेपी भी करना सिखाते हैं। सरकार द्वारा आयुष मंत्रालय के गठन के बाद यहां मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्ता भी काफी अच्छी हो गई है।


Conclusion:बाइट: डॉक्टर अनीश कुमार राय प्रभारी चिकित्सा अधिकारी
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के इस रात की टिकट साले ने अपना इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या काफी कम है हालांकि आजमगढ़ का वार्षिक बजट डेढ़ करोड़ रूपया है इसके बावजूद भी यहां पर आने वाले मरीजों की संख्या 35 से 40 है जो कि काफी कम है। डॉक्टर का कहना है कि जिस तरह से जागरूकता की जा रही है निश्चित रूप से यहां आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ेगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.