आजमगढ़: जिले में गुरुवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव निवासी मृत प्रधान सत्यमेव जयते के घर जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें आजमगढ़-अंबेडकर नगर के बॉर्डर पर अतरौलिया थाना क्षेत्र के लोहारा के पास रोक दिया था. इसके बाद चंद्रशेखर नेशनल हाइवे पर धरने पर बैठ गए और जमकर प्रदर्शन किया था. पुलिस ने पहले उन्हें टोल टैक्स ऑफिस में नजरबंद किया फिर थाने ले आई. इसके बाद देर रात उन्हें रिहा कर दिया गया था.
इस ममाले में अतरौलिया थाने के एसएसआई माखन सिंह ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद सहित 10 नामजद और 70 से 80 अज्ञात के खिलाफ धारा-144 का उल्लंघन करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है.
दलित प्रधान की हत्या पर जमकर मचा था बवाल
बांसगांव के दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की 14 अगस्त की शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था. इसी दौरान सड़के हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद उग्र भीड़ ने रासेपुर बोंगरिया पुलिस चौकी और पुलिस के कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी.पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वहीं घटना के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और पीएल पुनिया के साथ कई कार्यकर्ता पीड़ितों से मिलने जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने नजरबंद कर दिया था. इसके बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी अपने कई समर्थकों के साथ वहां जा रहा थे. इस पर पुलिस ने उन सभी को आजमगढ़ सीमा पर रोक दिया था.