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आजमगढ़: मनरेगा के तहत 11 करोड़ 99 लाख का हुआ भुगतान

आजमगढ़ में मनरेगा मजदूरों को 1 सप्ताह में 11 करोड़ 99 लाख का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के तहत यह सारे काम 15 दिन में हुए हैं.

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Published : May 13, 2020, 9:17 PM IST

MNREGA workers in azamgarh
मनरेगा के तहत एक हफ्ते में 73900 श्रमिकों ने काम किया है

आजमगढ़: दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों को समस्याओं का सामना न करना पड़े इसलिए सभी मजदूरों को उनके गांव में ही काम उपलब्ध कराया जा रहा है. जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आजमगढ़ जनपद में मनरेगा मजदूरों का एक सप्ताह में 11 करोड़ 99 लाख का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है.

डीएम ने जनपद के प्रवासी मजदूरों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आगामी एक सप्ताह के भीतर जो अभी तक 73900 श्रमिक काम कर रहे हैं यह संख्या एक लाख हो जाएगी. जब प्रतिदिन एक लाख श्रमिक काम करेंगे तो इसका फायदा उनको और उनके परिवार वालों को मिलेगा. ग्राम पंचायतों के रोजगार सेवकों को जो अभी तक 3600 का मानदेय मिलता था उस मानदेय को प्रदेश सरकार ने बढ़ाकर 6000 कर दिया और जो ग्राम रोजगार सेवकों के बकाया रुपए थे उन्हें डीपीटी के माध्यम से उनके खाते में ट्रांसफर भी कर दिया गया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों को ग्राम पंचायतों में रोजगार से जोड़ा जाएगा, जिससे उन्हें खाने-पीने की समस्या का सामना न करना पड़े और इनके भुगतान में भी किसी तरह की समस्या नहीं होगी. रोडवेज और रेलवे के माध्यम से अभी तक 16500 से अधिक यात्री आजमगढ़ आ चुके हैं.

आजमगढ़: दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों को समस्याओं का सामना न करना पड़े इसलिए सभी मजदूरों को उनके गांव में ही काम उपलब्ध कराया जा रहा है. जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आजमगढ़ जनपद में मनरेगा मजदूरों का एक सप्ताह में 11 करोड़ 99 लाख का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है.

डीएम ने जनपद के प्रवासी मजदूरों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आगामी एक सप्ताह के भीतर जो अभी तक 73900 श्रमिक काम कर रहे हैं यह संख्या एक लाख हो जाएगी. जब प्रतिदिन एक लाख श्रमिक काम करेंगे तो इसका फायदा उनको और उनके परिवार वालों को मिलेगा. ग्राम पंचायतों के रोजगार सेवकों को जो अभी तक 3600 का मानदेय मिलता था उस मानदेय को प्रदेश सरकार ने बढ़ाकर 6000 कर दिया और जो ग्राम रोजगार सेवकों के बकाया रुपए थे उन्हें डीपीटी के माध्यम से उनके खाते में ट्रांसफर भी कर दिया गया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों को ग्राम पंचायतों में रोजगार से जोड़ा जाएगा, जिससे उन्हें खाने-पीने की समस्या का सामना न करना पड़े और इनके भुगतान में भी किसी तरह की समस्या नहीं होगी. रोडवेज और रेलवे के माध्यम से अभी तक 16500 से अधिक यात्री आजमगढ़ आ चुके हैं.

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