अयोध्या: श्री राम एयरपोर्ट निर्माण के लिए योगी सरकार द्वारा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण का मामला विवाद की शक्ल लेता जा रहा है. अधिग्रहण में अलग-अलग क्षेत्रों में मुआवजे की धनराशि अलग-अलग होने को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है. धर्मपुर गांव के लोगों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दे दी है.
महत्वपूर्ण तथ्य
- अयोध्या में श्री राम एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर विवाद
- भूमि अधिग्रहण के बदले कम मुआवजा देने को लेकर ग्रामीणों ने किया हंगामा
- कांग्रेस के जिला इकाई के अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में धरने पर बैठे ग्रामीण
- सुबह से ही धर्मपुर गांव में तैनात है पीएसी
...नहीं तो होगा आंदोलन
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण राम लौट तिवारी का आरोप है कि धर्मपुर गांव की सीमा से सटे जनौरा गांव में जिन ग्रामीणों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है, उन्हें अधिक मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि बिल्कुल करीब सटे गांव धर्मपुर के लोगों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है. उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की है कि किसानों का मुआवजा बढ़ाकर दिया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो ग्रामीण एक आंदोलन करेंगे.
'ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही योगी सरकार'
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. इसी भूमि पर खेती कर किसान अपना परिवार चलाते हैं, लेकिन अब उनकी भूमि को मिट्टी के मोल अधिग्रहित किया जा रहा है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसी मामले को लेकर गुरुवार को कांग्रेस जिला कमेटी ने किसानों से मुलाकात करने का कार्यक्रम तय किया था, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी शामिल होना था, लेकिन उन्हें बाराबंकी में ही हिरासत में ले लिया गया, जिसका कांग्रेसी विरोध कर रहे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
पूरे प्रदर्शन के दौरान दिलचस्प बात यह रही कि कांग्रेसी नेताओं ने बिना किसी की जान की परवाह किए कोविड-19 प्रोटोकॉल का जमकर उल्लंघन किया. धारा 144 को तोड़ते हुए न सिर्फ ग्रामीणों की भीड़ जमा की बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए भीड़ में जनसभा की और नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया. पूरे प्रदर्शन के दौरान अयोध्या पुलिस के तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद रहे, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते कोई कुछ न कर सका और विरोध प्रदर्शन चलता रहा.
मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था, जिन्हें समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है. मामले की कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है. पूरे घटनाक्रम की मौखिक जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है.
-राजेश कुमार राय, क्षेत्राधिकारी