अयोध्या : 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाने का पश्चिमी देशों में अपना अलग इतिहास है, लेकिन इसका असर धीरे-धीरे भारतीय संस्कृति पर भी पड़ता दिख रहा है. यहां भी यूथ इसे मौज मस्ती में मना रहे हैं. वहीं संस्कृति को लेकर कई संगठन इसका विरोध जता रहे हैं. इस बार वेलेंटाइन के अवसर पर अयोध्या में काफी शांतिपूर्ण रहा. कहीं भी किसी संगठन ने इसका विरोध नहीं किया.
भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष धनुषधारी शुक्ला ने कहा कि वो किसी भी तरह से किसी पर्व का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन लोग पश्चिमी सभ्यता में घुलकर अपनी संस्कृति को खोते जा रहे हैं. जो भी अच्छी बाते हैं, चाहे वो किसी भी सभ्यता की हो, उन्हें अपनाना चाहिए. पर्व के नाम पर फूहड़ता नहीं होना चाहिए.
वहीं रितेश यादव जो कम्प्यूटर सेंटर चलाते हैं, उनका कहना है कि अयोध्या में लगभग हर किसी को सबसे ज्यादा अपने काम से प्यार है. यहां पश्चिमी देशों का खास तौर पर वहां के त्योहार का असर किसी पर शायद ही पड़ता है. उन्हें आज के दिन अपनी कंप्यूटर सेंटर को सजाना पसंद है. यही उनका प्यार है. उन्होंने कहा कि वे रोज इसे प्रपोज करते हैं. वहीं अयोध्या में पिछले 10 सालों से गिफ्ट की दुकान चलाने वाले बालाजी ने कहा कि यहां सबसे ज्यादा बिक्री टेडी बेयर और हैंडमेड क्राफ्ट की होती है.