अयोध्या: रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई अड्डे के साथ-साथ हवाई पट्टी का वृहद स्तर पर विकास किया जा रहा है. अयोध्या पहुंचे नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि नव विकसित श्रीराम एयरपोर्ट 777 एक्स और डबल डेकर विमान के उड़ान की क्षमता वाला बनेगा. इसके विकास के लिए अब तक 300 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं.
राम नगरी अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की कई योजनाएं प्रस्तावित हैं. रामायण सर्किट योजना के तहत अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल बनकर तैयार हो चुका है. वहीं 600 एकड़ के क्षेत्रफल में अयोध्या हवाई पट्टी का विकास किया जा रहा है. नव विकसित एयरपोर्ट 'श्रीराम एयरपोर्ट' के नाम से जाना जाएगा.
अयोध्या पहुंचे नागरिक उड्डयन और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने सर्किट हाउस में अधिकारियों से एयरपोर्ट के विकास के प्रगति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या हवाई पट्टी का 600 एकड़ में विस्तार किया जाना है. 'श्रीराम एयरपोर्ट' 777 एक्स और डबल डेकर विमान के उड़ान की क्षमता वाला होगा. इसके लिए 525 करोड़ स्वीकृत किया जा चुका हैं, जहां अब तक 300 करोड़ खर्च भी किए जा चुके हैं. जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी भी जारी है.
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने कहा कि मौजूदा सरकार लगातार हवाई यात्रा की कनेक्टिविटी पर काम कर रही है. इससे पहले बड़े स्तर पर आजमगढ़, सोनभद्र और अलीगढ़ एयरपोर्ट का विकास किया जा चुका है. इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधते उड्डयन मंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें परिवारवाद और जातिवाद के मुद्दे पर कार्य करती रही हैं. वहीं बीजेपी की मौजूदा सरकार 'सबका साथ सबका विकास' के सिद्धांत पर काम कर रही है.
उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' सर्किट हाउस से सीधे कारसेवकपुरम के लिए रवाना हुए. यहां उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी और रामलला मंदिर में दर्शन-पूजन किया.
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