अयोध्या: बाबरी मस्जिद ढांचा विध्वंस मामले का निर्णय आने में अब कुछ ही घंटे शेष बचे हैं. ऐसे में राम नगरी की प्राचीन पीठ तपस्वी जी की छावनी में विशेष अनुष्ठान किया गया. अनुष्ठान में बाबरी विध्वंस केस के आरोपी भी शामिल हुए. अनुष्ठानकर्ता तपस्वी जी की छावनी के परमहंस दास ने कहा कि प्राचीन पीठ और यहां भगवान राम के जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष करने वाले सभी लोगों के साथ पूरे समर्पण भाव से दृढ़ता के साथ खड़े रहने के लिए तैयार है.
6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस किए जाने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनवाई की प्रक्रिया पूरी कर ली है. अदालत मामले में फैसला सुनाने जा रही है. आपको बता दें कि यह निर्णय बेहद अहम है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गज कारसेवक और विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख पदाधिकारी इस निर्णय से प्रभावित होंगे.
बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, उमा भारती जैसे दिग्गज बाबरी विध्वंस के मामले में आरोपी हैं. सभी 32 गवाहों के बयान दर्ज होने के बाद सुनवाई की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. निर्णय आने में कुछ समय बाकी है. ऐसे में राम नगरी के मंदिरों में भगवान राम के मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले इन लोगों कि निर्दोष साबित होने की कामना की जा रही रही है.
मंगलवार देर शाम तपस्वी जी की छावनी में परमहंस दास ने बाबरी मस्जिद के आरोपी संतोष दुबे की उपस्थिति में हवन किया. हिंदू राष्ट्र हिंदू विजय महायज्ञ के जरिए बाबरी विध्वंस के आरोपियों को सम्मान सहित बरी होने की कामना की गई. अनुष्ठान के जरिए प्राचीन पीठ से बाबरी विध्वंस केस के आरोपियों के निर्दोष सिद्ध होने की कामना की गई.