अयोध्या: गुजरात के रहने वाले धावक घनश्याम सुदाणी की रामभक्ति को बेमिसाल है. हर दिन 15 घंटे की दौड़ लगाते हुए घनश्याम गुरुवार को अयोध्या पहुंचे. उन्होंने 30 मार्च को सोमनाथ में भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के दर्शन के बाद उन्होंने अयोध्या के लिए दौड़ लगाना प्रारंभ किया था.
24 दिनों में अयोध्या के कारसेवक पुरम पहुंचे घनश्याम सुदाणी
सोमनाथ से अपनी यात्रा शुरू करने बाद घनश्याम सुदाणी 24वें दिन यानी गुरुवार दोपहर अयोध्या के कारसेवक पुरम पहुंचे. जहां उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय और सदस्य डॉ. अनिल मिश्र से मिलकर अपनी यात्रा के अनुभवों को साझा किया. बता दें कि घनश्याम अहमदाबाद में लगातार 72 घंटे तक दौड़कर 'यूनाइटेड किंग्डम की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस' में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. अयोध्या तक के सफर में घनश्याम के साथ मेडिकल सपोर्ट टीम भी थी.
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एक दिन में 70-80 किलोमीटर दौड़ते थे घनश्याम
धावक घनश्याम ने बताया कि सामान्य रूप से एक दिन में 70 से 80 किलोमीटर तक दौड़ लगाकर वह अयोध्या पहुंचे हैं. रामलला के दर्शन के लिए वे रोजाना औसतन 15 घंटे दौड़ते थे. ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है. यह कार्य उन्होंने अपनी स्वयं की प्रेरणा से किया है. उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को जब प्रधानमंत्री ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का भूमिपूजन कार्यक्रम किया तो उसी समय उन्हें रामलला के दर्शन की इच्छा हुई. धनश्याम सुदाणी ने बताया कि गुजरात में स्वामीनारायण परंपरा के एक संत स्वामी माधवप्रिय दास एक विशाल शिक्षा केंद्र का संचालन करते हैं. उन्हें स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त है. घनश्याम के साथ सूरत के फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. दीप खैनी भी अयोध्या आये हैं.
घनश्याम सुदाणी के अनुसार इस यात्रा के दौरान मार्गदर्शन व अन्य सहयोग के लिए एक युवक गौरव भी भागीदार हैं, जो कार लेकर उनके साथ चल रहा था. घनश्याम अभी कारसेवक पुरम में रूके हुए हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने घनश्याम सुदाणी के दौड़ की सहाराना की.