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स्वच्छता को लेकर गंभीर नहीं है अयोध्या छावनी परिषद, गंदगी बनी मुसीबत

अयोध्या में छावनी परिषद में डंप होने वाला कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत करने के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

गंदगी का अंबार
गंदगी का अंबार
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Published : Jan 21, 2020, 10:20 AM IST

Updated : Jan 21, 2020, 4:42 PM IST

अयोध्या: स्वच्छता को लेकर अयोध्या नगर निगम गंभीर है. रामनगरी को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहा है. कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों में म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है. 'कूड़ा वाला आया घर से कूड़ा निकाल' गाने के जरिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर छावनी परिषद में कूड़ा एवं कंपोस्ट खाद स्थल एक अलग ही तस्वीर बयां कर रहा है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

छावनी परिसर में धरा घाट के पास कूड़ा और कंपोस्ट खाद स्थल खुले में है. कूड़े के ढेर पर जानवर बैठते हैं. वहीं, बारिश में रोड तक कूड़ा आ जाता है. इससे यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी होती है और संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है.

छावनी परिषद नहीं दे रहा ध्यान
ईटीवी भारत ने जब स्थल का निरीक्षण किया, तो पाया कि कैंट परिसर का कूड़ा यहां एकत्र होता है. बोर्ड पर कंपोस्ट खाद एवं कूड़ा स्थल लिखा हुआ है, लेकिन कंपोस्ट खाद बनाने के लिए कोई प्रोसेस नहीं किया जा रहा है. खुले में कूड़ा छोड़कर यहां इलाके में बदबू फैलाई जा रही है. यमथरा घाट के आसपास के लोगों का कहना है कि छावनी परिषद से इसकी शिकायत करने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है.

मवेशियों के लिए बन रहा मौत स्थल
वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो बारिश के दिनों में यहां से गुजरने वाले लोगों को खासी दिक्कत होती है. लोगों का कहना है कि कूड़ा पानी के साथ बहकर रोड पर आ जाता है. मवेशी पॉलीथीन को खाते हैं. इससे उनमें संक्रमण रोग होने का खतरा बन रहता है.

अयोध्या: स्वच्छता को लेकर अयोध्या नगर निगम गंभीर है. रामनगरी को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहा है. कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों में म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है. 'कूड़ा वाला आया घर से कूड़ा निकाल' गाने के जरिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर छावनी परिषद में कूड़ा एवं कंपोस्ट खाद स्थल एक अलग ही तस्वीर बयां कर रहा है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

छावनी परिसर में धरा घाट के पास कूड़ा और कंपोस्ट खाद स्थल खुले में है. कूड़े के ढेर पर जानवर बैठते हैं. वहीं, बारिश में रोड तक कूड़ा आ जाता है. इससे यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी होती है और संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है.

छावनी परिषद नहीं दे रहा ध्यान
ईटीवी भारत ने जब स्थल का निरीक्षण किया, तो पाया कि कैंट परिसर का कूड़ा यहां एकत्र होता है. बोर्ड पर कंपोस्ट खाद एवं कूड़ा स्थल लिखा हुआ है, लेकिन कंपोस्ट खाद बनाने के लिए कोई प्रोसेस नहीं किया जा रहा है. खुले में कूड़ा छोड़कर यहां इलाके में बदबू फैलाई जा रही है. यमथरा घाट के आसपास के लोगों का कहना है कि छावनी परिषद से इसकी शिकायत करने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है.

मवेशियों के लिए बन रहा मौत स्थल
वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो बारिश के दिनों में यहां से गुजरने वाले लोगों को खासी दिक्कत होती है. लोगों का कहना है कि कूड़ा पानी के साथ बहकर रोड पर आ जाता है. मवेशी पॉलीथीन को खाते हैं. इससे उनमें संक्रमण रोग होने का खतरा बन रहता है.

Intro:अयोध्या: राम नगरी स्वच्छता को लेकर नगर निगम गंभीर है. वहीं दूसरी ओर छावनी परिषद की बात करें तो यहां पर खुले में डंप हो रहा कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है. अयोध्या के छावनी परिसर में सौदा स्थल से सटा कूड़ा एवं कंपोस्ट खाद स्थल स्वच्छता की एक अलग ही तस्वीर बयां कर रहा है.


Body:रामनगरी को स्वच्छ बनाने के लिए एक को नगर निगम प्रशासन की ओर से घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों में म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है. 'कूड़ा वाला आया घर से कूड़ा निकाल' गाने के जरिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. वही छावनी परिसर में जब धरा घाट के पास छावनी परिषद का कूड़ा और कंपोस्ट खाद स्थल खुले में है. कूड़े के ढेर पर जानवर बैठते हैं वहीं बरसात में रोड तक कूड़ा आ जाता है जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को लोगों को परेशानी होती है.

छावनी परिषद नहीं दे रहा ध्यान
ईटीवी भारत न्यूज़ व स्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि कैंट परिसर का कूड़ा यहां एकत्र होता है बोर्ड पर कंपोस्ट खाद एवं कूड़ा स्थल लिखा हुआ है, लेकिन कंपोस्ट खाद बनाने के लिए कोई प्रोसेस नहीं किया जा रहा है. खुले में कूड़ा छोड़कर यहां इलाके में बदबू फैलाई जा रही है. यमथरा घाट के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि कई छावनी परिषद से इसकी शिकायत करने के बावजूद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.

कंपोस्ट खाद बनाने का नहीं किया जाता प्रोसेस
आपको बता दें कि कूड़ा स्थल सटा हुआ यमथरा घाट है, जहां शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. जिसके चलते इस स्थल पर लोगों का आवागमन बना रहता है. छावनी परिषद का कूड़ा एवं कंपोस्ट खाद स्थल यमथरा घाट के पास सड़क से सटा हुआ है. छावनी परिषद की गाड़ियां यहां कूड़ा डंप करती हैं, लेकिन कंपोस्ट खाद बनाने का कोई प्रोसेस नहीं किया जाता जिसके चलते कभी-कभी है कूड़ा फैलकर सड़क तक आ जाता है.


Conclusion:हालांकि छावनी परिषद में स्वच्छता को लेकर कोई समस्या नहीं है. लेकिन ईटीवी भारत की टीम ने जब छावनी परिषद की कूड़ा एवं कंपोस्ट खाद स्थल का निरीक्षण किया तो बड़ी खामियां मिली. यमथरा घाट पर बने शवदाह स्थल पर रहने वाले पुजारी संतोष मिश्रा का कहना है कि कूड़ा स्थल को लेकर छावनी परिषद से कई बार शिकायत की जा चुकी है. स्थानीय लोगों को कूड़े की बदबू से 14 बेहद परेशानी होती है, लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं किया जा किया गया है.

मवेशियों के लिए मौत का कुआं बन रहा छावनी का कूड़ा स्थल
वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो बारिश के दिनों में यहां से गुजरने वाले लोगों को खासी दिक्कत होती है. लोग कहना है कि कूड़ा पानी के साथ बहकर रोड पर आ जाता है जिससे यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है. वहीं मवेशी खुले में इकट्ठा किए जा रहे स्कूल पर आकर बैठते हैं और पॉलिथीन को खाते हैं, जिससे उनमें संक्रमण का खतरा बना रहता है.

बाइट- संतोष मिश्रा, पुजारी, यमथरा घाट

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Last Updated : Jan 21, 2020, 4:42 PM IST
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