अयोध्या: तपस्वी छावनी के पूर्व पीठाधीश्वर परमहंस दास ने प्रयागराज में हो रही विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल की बैठक को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि यह बैठक उनके प्रयासों का परिणाम है. अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उन्होंने प्रमुख संतों और विश्व हिंदू परिषद के राम मंदिर निर्माण में भूमिका के लिए प्रमुख लोगों से मिलकर एक बैठक का आह्वान किया था. परमहंस दास ने कहा कि मंदिर का निर्माण विहिप के नेतृत्व में होगा.
'विहिप मार्गदर्शक मंडल की प्रयागराज में बैठक'
प्रयागराज में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के मार्गदर्शक मंडल की बैठक शुरू हो गई है. माघ मेला में वीएचपी मार्गदर्शक मंडल की यह पहली बैठक है, जिसमें राम मंदिर ट्रस्ट के स्वरूप और निर्माण की कार्ययोजना पर मंथन समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. यह बैठक उस वक्त हो रही है, जब केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है.
'माघ मेले में वीएचपी मार्गदर्शक मंडल की बैठक मेरे प्रयासों का नतीजा'
वहीं रविवार को अयोध्या पहुंचे तपस्वी छावनी के महंत रहे परमहंस दास ने वीएचपी मार्गदर्शक मंडल की बैठक को अपने प्रयासों का नतीजा बताया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर सभी धर्माचार्यों, शंकराचार्यों, मोहन भागवत और चंपतराय से हमारी कई बार मुलाकात हुई. उनसे मिलने के बाद हमने सबसे कहा कि माघ मेले में प्रयागराज में एकजुट हों और एक बड़ी सभा करके राम मंदिर ट्रस्ट के लिए एक निर्णायक भूमिका अदा की जाए.
राम के आदर्शों का पालन करने का लेना होगा संकल्प
परमहंस दास ने कहा कि इसके लिए प्रयागराज में संतों की बहुत बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें राम मंदिर के लिए बनने वाले ट्रस्ट के लिए एक संकल्प लिया लिया जाएगा. संकल्प पत्र के माध्यम से इस बात को पुष्ट किया जाएगा. ट्रस्ट में शामिल होने वाले लोगों को राम के आदर्शों का पालन करने का संकल्प लेना पड़ेगा.
पूंजीपति भी राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में होंगे शामिल
तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर रहे परमहंस दास का कहा है कि मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट में संतों-महंतों के अलावा पूंजीपतियों को भी शामिल किया जाएगा. प्रयागराज में हो रही बैठक में इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी.
वीएचपी के नेतृत्व में रखी जाएगी राम मंदिर की पहली ईंट
पहमहंस दास का कहना है कि राम मंदिर के लिए बनने वाले ट्रस्ट में विश्व हिंदू परिषद का नेतृत्व होगा. ट्रस्ट में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मोहन भागवत चार लोगों द्वारा मंदिर की पहली ईंट रखी जाएगी. इस वर्ष राम नवमी के दिन राम मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखी जाएगी.