अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा शनिवार को अपने एक दिवसीय दौरे के पर अयोध्या पहुंचे हैं. सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर उन्होंने अपनी टीम के साथ सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ औपचारिक मुलाकात की. इसके बाद बाद वो रामजन्मभूमि क्षेत्र में पहुंचे.
नृपेंद्र मिश्रा, चंपत राय, डॉ अनिल मिश्र, राजा अयोध्या यहां पर अस्थाई मंदिर निर्माण के काम को देखेंगे. इंजीनियर और आर्किटेक्ट के बताए हुए नक्शे के अनुसार पूरे क्षेत्र के विकास पर सभी ट्रस्टियों से बातचीत करेंगे. श्रीरामलला के भव्य मंदिर मॉडल पर भी चर्चा संभव है.
श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र में नृपेंद्र मिश्र सभी ट्रस्टियों के साथ सम्पूर्ण क्षेत्र का निरीक्षण किया, जिसमें 67 एकड़ के अलावा भी कितनी और जमीन की आवश्यकता होगी, कितना बड़ा मुख्य प्रवेश द्वार होगा. उसके पहले भी मुख्य द्वार किस ओर होगा, इस पर भी चर्चा होगी.
इसके पहले मंदिर के मॉडल पर भी पुनर्विचार के लिए कमेटी गठित की गई थी. अहमदाबाद में इसके सदस्यों ने पहले बैठकर चर्चा की थी कि मॉडल में एक मंजिल और ऊंचाई बढ़ाई जाएगी, लेकिन बाद में इसके एक और मंजिल बढ़ाने पर आम सहमति नहीं बनने से इसे रोक दिया था. अब पुराने मॉडल पर ही मंदिर निर्माण पर बातचीत संभव है.
वहीं श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र के पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर अस्थाई गर्भगृह निर्माण का काम 2 दिन पहले ही शुरू हो चुका है. सूत्रों की मानें तो लगभग 23 दिन में श्रीरामलला का अस्थाई गर्भगृह बुलेट प्रूफ कॉटेज के तौर पर बनकर तैयार हो जाएगा. इसमें 2 अप्रैल से यानी रामनवमी से दर्शन के लिए बालस्वरूप रामलाल विराजेंगे और उसी के बाद से भव्य निर्माण का कार्य शुरू होगा.
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