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महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा - धर्म संसद के आयोजक तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास

महंत परमहंस दास ने अफसोस जताते हुए कहा कि 1947 में देश की आजादी के बाद बंटवारा हुआ तो जिसे जो पसंद आया उसने उस देश को चुना. जब मुस्लिम विचारधारा को मानने वाले लोग पाकिस्तान चले गए तो भारत में उस विचारधारा के प्रति कट्टर सोच रखने वाले लोगों को नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वह स्वयं टिकट के पैसे देने को तैयार हैं.

महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा
महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा
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Published : Oct 1, 2021, 6:43 PM IST

Updated : Oct 1, 2021, 9:47 PM IST

अयोध्या : धर्म संसद के आयोजक तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने एक बार फिर अपनी घोषणा को दोहराते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे वह पवित्र सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे. कहा कि उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की थी कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. लेकिन अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए अब वह जल समाधि लेने के लिए विवश हैं. किसी भी सूरत में वहां अपना फैसला नहीं बदलेंगे.

महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा

बता दें कि पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार दोपहर अयोध्या के तपस्वी छावनी मंदिर परिसर में हिंदू सनातन धर्म संसद का आयोजन किया गया. इसमें देशभर से तमाम हिंदूवादी संगठन शामिल हुए. धर्म संसद के आयोजक तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने एक बार फिर अपनी घोषणा को दोहराते हुए कहा कि 2 अक्टूबर की दोपहर वह पवित्र सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे.

महंत परमहंस दास ने कहा कि उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की थी कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए अब वह जल समाधि लेने के लिए विवश हैं. किसी भी सूरत में वहां अपना फैसला नहीं बदलेंगे.

यह भी पढ़ें : अयोध्या में धर्म परिवर्तन की सूचना पर प्रशासन ने मारा छापा, 40 लोग हिरासत में

मीडिया से बात करते हुए तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी ने कहा कि आज अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के समर्थन में बड़े संत और बड़े संगठनों के नेता शामिल हुए. सभी ने एक स्वर में निर्णय लिया कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए.

अगर ऐसा नहीं होता तो एक देशव्यापी आंदोलन भी खड़ा किया जाएगा. महंत परमहंस दास ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई की विचारधारा को सिर्फ हिंदू समाज मानता है. जहां भी अल्पसंख्यकों की आबादी ज्यादा है, वहां हिंदुओं का रहना मुश्किल है.

महंत परमहंस दास ने अफसोस जताते हुए कहा कि हमारे देश के मुस्लिम समाज का एक बड़ा हिस्सा रोहिंग्या को अपना भाई बना लेता है. पाकिस्तानी को अपना भाई मान लेता है. तालिबान को अपना संबंधी मान लेता है लेकिन हिंदुस्तान में रहने वाले हिंदू को अपना भाई नहीं मानता.

कहा कि 1947 में देश की आजादी के बाद बंटवारा हुआ तो जिसे जो पसंद आया उसने उस देश को चुना. जब मुस्लिम विचारधारा को मानने वाले लोग पाकिस्तान चले गए तो भारत में उस विचारधारा के प्रति कट्टर सोच रखने वाले लोगों को नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वह स्वयं टिकट के पैसे देने को तैयार हैं.

राजू श्रीवास्तव ने की अपील

इस मामले में कानपुर के मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव का भी एक वीडियो सामने आया है. इसमें उन्होंने अयोध्या के महंत परमहंस दास से मांग की है कि वह जल समाधि न लें.

महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा

इस वीडियो में राजू श्रीवास्तव कह रहे हैं, 'मैं जगत गुरु परमहंस से आग्रह करता हूं कि उनकी जो मांग हिंदुस्तान को 2 अक्टूबर तक हिंदू राष्ट्र घोषित करने की है, उसे लेकर जलसमाधि का उनका निर्णय उन्हें वापस लेना चाहिए. हिंदू होते होने के नाते मैं भी यह चाहता हूं कि जल्द से जल्द हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. पर आत्महत्या की बात ठीक नहीं'.

बता दें कि अयोध्या के तपस्वी छावनी के जगत गुरु परमहंस महाराज ने यह मांग की थी कि 2 अक्टूबर तक हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए अन्यथा वह अयोध्या की सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे. उनके इस मांग के बाद कई हिंदूवादी संगठनों का भी साथ उन्हें मिला. प्रदेश भर में इस मांग को लेकर कई जगह आंदोलन भी हो रहे हैं. सभी परमहंस की मांग का समर्थन कर रहे हैं.

अयोध्या : धर्म संसद के आयोजक तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने एक बार फिर अपनी घोषणा को दोहराते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे वह पवित्र सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे. कहा कि उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की थी कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. लेकिन अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए अब वह जल समाधि लेने के लिए विवश हैं. किसी भी सूरत में वहां अपना फैसला नहीं बदलेंगे.

महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा

बता दें कि पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार दोपहर अयोध्या के तपस्वी छावनी मंदिर परिसर में हिंदू सनातन धर्म संसद का आयोजन किया गया. इसमें देशभर से तमाम हिंदूवादी संगठन शामिल हुए. धर्म संसद के आयोजक तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने एक बार फिर अपनी घोषणा को दोहराते हुए कहा कि 2 अक्टूबर की दोपहर वह पवित्र सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे.

महंत परमहंस दास ने कहा कि उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की थी कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए अब वह जल समाधि लेने के लिए विवश हैं. किसी भी सूरत में वहां अपना फैसला नहीं बदलेंगे.

यह भी पढ़ें : अयोध्या में धर्म परिवर्तन की सूचना पर प्रशासन ने मारा छापा, 40 लोग हिरासत में

मीडिया से बात करते हुए तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी ने कहा कि आज अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के समर्थन में बड़े संत और बड़े संगठनों के नेता शामिल हुए. सभी ने एक स्वर में निर्णय लिया कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए.

अगर ऐसा नहीं होता तो एक देशव्यापी आंदोलन भी खड़ा किया जाएगा. महंत परमहंस दास ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई की विचारधारा को सिर्फ हिंदू समाज मानता है. जहां भी अल्पसंख्यकों की आबादी ज्यादा है, वहां हिंदुओं का रहना मुश्किल है.

महंत परमहंस दास ने अफसोस जताते हुए कहा कि हमारे देश के मुस्लिम समाज का एक बड़ा हिस्सा रोहिंग्या को अपना भाई बना लेता है. पाकिस्तानी को अपना भाई मान लेता है. तालिबान को अपना संबंधी मान लेता है लेकिन हिंदुस्तान में रहने वाले हिंदू को अपना भाई नहीं मानता.

कहा कि 1947 में देश की आजादी के बाद बंटवारा हुआ तो जिसे जो पसंद आया उसने उस देश को चुना. जब मुस्लिम विचारधारा को मानने वाले लोग पाकिस्तान चले गए तो भारत में उस विचारधारा के प्रति कट्टर सोच रखने वाले लोगों को नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वह स्वयं टिकट के पैसे देने को तैयार हैं.

राजू श्रीवास्तव ने की अपील

इस मामले में कानपुर के मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव का भी एक वीडियो सामने आया है. इसमें उन्होंने अयोध्या के महंत परमहंस दास से मांग की है कि वह जल समाधि न लें.

महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर को 12 बजे लेंगे जलसमाधि, अयोध्या में आयोजित धर्म संसद में की घोषणा

इस वीडियो में राजू श्रीवास्तव कह रहे हैं, 'मैं जगत गुरु परमहंस से आग्रह करता हूं कि उनकी जो मांग हिंदुस्तान को 2 अक्टूबर तक हिंदू राष्ट्र घोषित करने की है, उसे लेकर जलसमाधि का उनका निर्णय उन्हें वापस लेना चाहिए. हिंदू होते होने के नाते मैं भी यह चाहता हूं कि जल्द से जल्द हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए. पर आत्महत्या की बात ठीक नहीं'.

बता दें कि अयोध्या के तपस्वी छावनी के जगत गुरु परमहंस महाराज ने यह मांग की थी कि 2 अक्टूबर तक हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए अन्यथा वह अयोध्या की सरयू नदी में जल समाधि ले लेंगे. उनके इस मांग के बाद कई हिंदूवादी संगठनों का भी साथ उन्हें मिला. प्रदेश भर में इस मांग को लेकर कई जगह आंदोलन भी हो रहे हैं. सभी परमहंस की मांग का समर्थन कर रहे हैं.

Last Updated : Oct 1, 2021, 9:47 PM IST
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