अयोध्या: श्री मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहा है कि सीएम योगी ने ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल जाना है. राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट ने लगभग तैयारियां पूरी कर ली हैं. अगले 2 दिन के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा जाएगा. पीएम को राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा.
रविवार को अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम नगरी में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की है. इस दौरान उन्होंने जनपद में चिकित्सा व्यवस्था का हाल जाना है. करीब 3 घंटे के अयोध्या प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने अयोध्या के प्रमुख संतों और महंतों से मुलाकात की. इसके साथ ही सीएम योगी ने मंदिरों में दर्शन-पूजन किए. अयोध्या के सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक के बाद सीएम योगी राम नगरी के प्राचीन मठ श्री मणिराम दास छावनी पहुंचे, जहां उन्होंने मठ के महंत एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की. सीएम ने उनके स्वास्थ्य का हाल जाना और मंदिर निर्माण के विषय में हो रही तैयारियों पर चर्चा की.
इसके बाद छावनी से मुख्यमंत्री सीधे हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर में दर्शन-पूजन किए. इसके बाद सीएम योगी सीधे राम जन्मभूमि पहुंचे और मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा लिया. वहीं विकास कार्यों का जायजा लेना प्रस्तावित था, लेकिन खराब मौसम के चलते सीएम योगी को इस कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर संतों में बेहद उत्साह रहा. उन्होंने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए सीएम योगी से मुलाकात कर प्रधानमंत्री मरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने का आग्रह किया.
पीएम मोदी को जल्द भेजा जाएगा आमंत्रण
श्री राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य श्री मणि रामदास स्वामी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य का हाल जाना है. सीएम ने पूज्य गुरुदेव से उनके स्वास्थ्य, राष्ट्र और मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा की. महंत कमलनयन दास ने बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है. आने वाले एक-दो दिनों में मंदिर की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा. पीएम से आग्रह किया जाएगा कि वह जल्द से जल्द मंदिर की आधारशिला रखने के लिए समय दें.