अयोध्याः धार्मिक नगरी में तैनात एक युवा आईएएस अफसर की शादी मिसाल बन गई है. इस अफसर ने सिर्फ 101 रुपये शगुन लेकर दिल्ली की रहने वाली डॉ. मनीषा भंडारी से शादी की है. इतना ही नहीं कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शादी में सिर्फ 11 बाराती शामिल हुए. पूरे नियम कानून का पालन करते हुए शादी की सभी रस्में पूरी की गई. युवा आईएएस अफसर प्रशांत नागर अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं.
आईएएस अफसर प्रशांत नागर के पिता रणजीत नागर ने बताया कि वह शुरू से ही दहेज प्रथा के खिलाफ हैं. इसीलिए उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी बिना दहेज दिए की थी. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि शादी समारोह के नाम पर फिजूलखर्ची करने और सबको अपनी हैसियत दिखाने से कुछ नहीं मिलता. बल्कि अगर हम किसी गरीब बेसहारा बेटी का सहारा बन जाएं तो यही पैसे का सही उपयोग है. इसलिए हमारे परिवार में फिजूलखर्ची नहीं की जाती.
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आईएएस प्रशांत नागर ने बताया कि जब उनकी बहन की शादी 101 रुयये शगुन देकर की गई थी. उसी समय उन्होंने तय कर लिया था कि वह अपनी शादी में भी दहेज नहीं लेंगे. पहले से ही दिल्ली की रहने वाली डॉक्टर मनीषा भंडारी के साथ लव मैरिज का प्लान कर चुके आईएस प्रशांत नागर ने बिना किसी शोर-शराबे के 11 बारातियों के साथ विवाह की सभी रस्मों को निभाया. आईएएस प्रशांत नागर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते उनकी मां का निधन हो गया था. इसलिए परिवार पहले से ही इस घटना से आहत है. हम फिजूलखर्ची कर कोई तमाशा नहीं करना चाहते थे. सभी को शादियों में फिजूलखर्ची नहीं करनी चाहिए, बल्कि इन पैसों को अच्छे काम में लगाना चाहिए.