अयोध्या: रामनगरी में श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से होम-स्टे योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत नगरीय क्षेत्र में भवनों का पंजीकरण मकान मालिकों से स्वीकृति ली जा रही है. मंडल आयुक्त कार्यालय में डीएम नीतीश कुमार और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने भवन स्वामियों को पेइंग गेस्ट पंजीकरण का प्रमाण पत्र वितरित किया. डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि नगर में 300 भवनों का पंजीकरण किया गया है. जिसमें दो सौ से अधिक पंजीयन का सर्टिफिकेट का वितरण किया है. पंजीकरण की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी.
बताते चलें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ दिन-प्रतिदिन धर्म नगरी में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में वर्तमान में अयोध्या में अच्छे होटल की संख्या इतनी नहीं है कि खास त्यौहार के मौके पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को रहने की अच्छी सुविधा मिल सके. इसलिए प्रदेश सरकार ने अयोध्या में भी होम स्टे योजना शुरू की है.
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होम स्टे योजना के तहत भवनों का पंजीकरण विभिन्न मानकों के तहत प्रशासन द्वारा करने की योजना है. जिसमें भवनों की साफ-सफाई को और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को घर जैसी फीलिंग देना होम स्टे में प्रमुख रूप से शामिल किया गया है. साथ ही भोजन के संबंध में अवधी भोजन को प्राथमिकता देने संबंधी संदेश मंडलआयुक्त अयोध्या के सभागार में पेइंग गेस्ट मालिकों की बैठक में जारी किये गये है. जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि पेइंग गेस्ट मालिक अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या के ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम करेंगे.
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