अयोध्या: कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान जब लॉकडाउन लगा था तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जरुरतमंद जनता को मुफ्त राशन देने का एलान किया था. इसी अभियान के तहत अयोध्या के ग्रामीण क्षेत्र रुदौली इलाके में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना कार्यक्रम के अन्न उत्सव चल रहा था. क्षेत्रीय विधायक लगातार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नाम लेकर अपनी सरकार का गुणगान करने में लगे हुए थे. अपनी बात पूरी करने के बाद जब विधायक जी ने महिलाओं से पूछा कि देश के प्रधानमंत्री कौन हैं तो वह बगले झांकने लगीं. यह देखकर वहां मौजूद विधायक और अधिकारी भी हैरान रह गए.
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी को प्रधानमंत्री का नाम न पता हो. इससे पहले पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान भी ऐसा देखने को मिला था. जब एक बीएड पास महिला नामांकन करने आईं और उनसे मुख्यमंत्री का नाम पूछा गया तो वह भी बगले झांकने लगी थीं.
हालांकि महिलाओं के जवाब न देने पर विधायक जी ने मामले वर लीपापोती की और योजना को शुरू करने का श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया और महिलाओं को बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. महिलाओं द्वारा पीएम का नाम न बता पाने पर शायद विधायक जी भी यही सोच रहे होंगे कि आखिर इतना बताने और समझाने पर भी जब मतदाता ये नहीं जान पाए कि आखिर देश का प्रधानमंत्री कौन है, तो वोट किसे देना है और किस आधार पर देना है यह समझना गांव की भोली-भाली जनता के लिए कितना मुश्किल काम होगा.