अयोध्या: रामनगरी को भव्य रूप देने के साथ उसके प्रवेश द्वार को भी आकर्षक बनाने की योजना है. भविष्य में अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. ऐसे में समाजवादी पार्टी की सरकार में बने अयोध्या के नया घाट पर स्थित प्रवेश द्वार को ढहाने का निर्णय लिया गया है. निर्माण को ढहाने का कारण प्रशासन ने निर्माण में मानकों की अनदेखी और अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के साथ दुर्घटना होने की आशंका बताई है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश सरकार में राम की पैड़ी के पास स्थित अयोध्या के प्रवेश द्वार का निर्माण कराया गया था. इस द्वार को बनाने में 50 लाख का खर्च किया जा चुका था. प्रवेश द्वार का निर्माण पूरा नहीं हुआ था. इसमें दो करोड़ रुपये खर्च किए जाने थे. बीजेपी की सरकार बनने के बाद अयोध्या में प्रवेश द्वार के निर्माण को लेकर मानकों की अनदेखी और संकरा होने के चलते दुर्घटना की आशंका जताई गई, जिसके बाद आगे का निर्माण बंद कर दिया गया. इस वर्ष हुई बारिश में प्रवेश द्वार का आगे का हिस्सा आंशिक रूप से लटक गया था. दुर्घटना की आशंका को देखते हुए नगर निगम ने इसे तोड़कर हटा दिया.
मेयर ने दी जानकारी
अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि प्रवेश द्वार को अयोध्या के गरिमा के अनुरूप भव्य रूप से विकसित किया जाना है. उन्होंने सपा काल में हुए प्रवेश द्वार के निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया.
महापौर ने कहा कि सामने सड़क काफी चौड़ी है, लेकिन प्रवेश द्वार छोटा था. अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ और प्रवेश द्वार संकरा होने के चलते दुर्घटना की आशंका थी. इसको गिराने की अनुमति देने के लिए कई बार जिला प्रशासन की ओर से शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी. अनुमति मिलने के बाद अब इस द्वार को हटाने का निर्णय लिया गया है. महापौर ने कहा कि अयोध्या के गौरव के अनुरूप प्रवेश द्वार को बनाया जाएगा.