अमेठी: संजय गांधी अस्पताल को लेकर कांग्रेस के बाद अब सपा भी खुलकर सामने आ गई है. सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि संजय गांधी अस्पताल को राजनीतिक द्वेषवश भावना के तहत सील किया गया है. पहले भी अस्पताल को कई बार सील करने का प्रयास किया गया था.
गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि संजय गांधी अस्पताल संचालित होने से अमेठी जनपद ही नहीं बल्कि आसपास के मध्यवर्गीय और गरीब लोगों को लाभ मिल रहा था. जब बड़े अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिलता, तो यहां पर उनको सुविधा मिल जाती थी. एक हजार से अधिक बच्चे और बच्चियों को यहां पर ट्रेनिंग दी जा रही थी. सभी कार्यों को बाधित करना यह सिद्ध करता है कि यह बदले की भावना से किया जा रहा है.
सपा विधायक ने कहा कि 'मैंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौपा है. मैंने प्रशासन को सात दिनों का समय दिया है. अगर सात दिनों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो बड़ा जन आंदोलन होगा. अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा. अस्पताल जनहित का मुद्दा है और सरकार इसें राजनीति के तहत बंद कर रही है'.
बता दें कि मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल 18 सितंबर से बंद कर दिया गया है. संजय गांधी अस्पताल बंद होने के बाद एक तरफ जहां अलग-अलग राजनीतिक दल और अस्पताल के कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, आज समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. अस्पताल खोलने के लिए विधायक ने अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर नारेबाजी की. इस दौरान करीब ढाई घंटे तक विधायक धरने पर बैठे रहे. ढाई घंटे बाद जिलाधिकारी ने विधायक राकेश प्रताप सिंह से ज्ञापन लिया.
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