अमेठीः केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी दौरे के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने गौरीगंज स्थित एक स्कूल में विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए. स्मृति ईरानी ने जगदीशपुर की छात्रा नीतू मौर्या को टैबलेट देते हुए पूछा, कि तुम आगे क्या करना चाहती हो? तो नीतू ने कहा, मैं इसरो जाना चाहती हूं.
छात्रा के इस जवाब पर केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि मैं इसरो लेकर जाऊंगी. उन्होंने कहा कि यह अमेठी के लिए गर्व की बात होगी कि यहां की छात्रा इसरो जाना चाहती है और वैज्ञानिक बनना चाहती है. स्मृति ईरानी ने कहा कि एक दिन जरूर नीतू अमेठी का नाम रोशन करेगी. मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि योगी सरकार ने छात्र- छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन देकर शिक्षा में आने वाली कठिनाइयों को दूर किया है. उन्होंने कहा कि हमारे पूरे जनपद में लगभग 11,672 बच्चों को टैबलेट मिला है. इसके लिए सर्वप्रथम मुख्यमंत्री को धन्यवाद करना चाहती हूं.
बता दें, जयपुरिया स्कूल जाते समय केंद्रीय मंत्री का काफिला गौरीगंज के मनीपुर गांव स्थित प्रकाश सरस्वती शिशु मंदिर के पास रुक गया. जहां स्मृति ईरानी ने क्लास में जा कर बच्चों से मिलीं और 15 मिनट बच्चों को हिंदी पढ़ाई. इसके बाद जयपुरिया स्कूल के कार्य्रकम के लिए निकल गईं. इससे पहले स्मृति ईरानी ने मुंशीगंज स्थित गेस्ट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात कीऔर क्षेत्र की रिपोर्ट उनसे ली. उन्होंने जनता दरबार लगाकर लोगों से उनकी समस्या जानी.
पढ़ेंः जानिए माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूल का क्यों किया बखान?
ओदारी गांव में उन्होंने चौपाल लगा कर लोगों की समस्याओं का निराकरण करने का निर्देश मौजूद अधिकारियों को दिया. दूसरे दिन चौपाल में आवास शौचालय व पेंशन के मुद्दे छाए रहे. चौपाल में आवास, मनरेगा और अन्य सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिया. इसके बाद भाजपा नेता की पेट्रोल पंप का उद्घाटन करके वे दिल्ली के लिए रवाना हो गईं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप