अलीगढ़: उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी के यूपी आने जाने का कोई असर नहीं होगा. पश्चिम बंगाल चुनाव में उनका हश्र जो हुआ वो सबने देखा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज भी जानता है कि उनका हितैषी कौन है. उन्होंने कहा कि वर्षों से अल्पसंख्यक समाज के साथ दोहरेपन का रवैया अपनाया गया. शिक्षा से उन्हें दूर किया गया. लेकिन भाजपा की सरकार में ऐसा नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी जी का नारा है कि एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर. पीएम के इस मुहिम के जरिए अल्पसंख्यकों में बदलाव आ रहा है.
जिन्ना पर 'नो कमेंट'
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर लगे होने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा सांसद सतीश गौतम से ही बात करें. वही अच्छी तरीके से बता पाएंगे. उन्होंने एएमयू में जिन्ना की तस्वीर लगे होने पर 'नो कमेंट' कहते हुए अपनी बात समाप्त की.
वहीं, लखनऊ में ATS द्वारा आतंकी घटनाओं में पकड़े गए लोगों के सवाल पर उन्होंने कहा कि आतंकी घटनाओं में चाहे हिंदू हो या मुसलमान. जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होगा उसके खिलाफ सरकार कार्रवाई कर रही है. उसमें किसी तरह की कोई रियायत नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है. जो तथ्य सामने आएंगे और जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. इस दौरान उन्होंने मदरसों के आधुनिकीकरण और मुस्मिल क्षेत्रों में वैक्सीनेशन को बढ़ावा दिये जाने के निर्देश दिए.